एलन मस्क की इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला इंक जल्द से जल्द भारतीय बाजार में अपना पांव जमाना चाहती है। कंपनी भारतीय बाजार में प्रवेश से पहले टैक्स कटौती का आश्वासन चाहती है। इसी के मद्देनजर टेस्ला ने बाजार में प्रवेश करने से पहले प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से इलेक्ट्रिक वाहनों पर आयात करों को कम करने का आग्रह किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टेस्ला पीएमओ ऑफिस से संपर्क करके इलेक्ट्रिक कार पर आयात शुल्क में कटौती करने की अपील की है. हालांकि, घरेलू कार कंपनियां टेस्ला को टैक्स में किसी तरह की छूट का विरोध कर रही हैं।
टेस्ला इस साल भारत में कारों की बिक्री शुरू करना चाहती है, लेकिन उनका कहना है कि भारत में टैक्स दुनिया में सबसे ज्यादा हैं। टैक्स कटौती के लिए कंपनी भारत सरकार से पहली बार जुलाई में अपील की थी जिसके बाद से घरेलू कंपनियां आपत्ति जता रही है। घरेलू कंपनियों का मानना है कि इस तरह के कदम से घरेलू विनिर्माण में निवेश बाधित होगा। सूत्रों ने बताया कि एलन ने इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के लिए भी वक्त मांगा है। इस मामले में भारत में टेस्ला के पालिसी प्रमुख मनुज खुराना समेत शीर्ष अधिकारियों ने पिछले महीने पीएमओ में एक गुप्त बैठक की।
टेस्ला भारत में अपनी आयातित कारों की इसी वर्ष बिक्री शुरू करना चाहती है। बैठक में टेस्ला का कहना था कि अगर टैक्स दरें घटाई नहीं गई तो कंपनी के लिए भारत में कारोबार करना व्यवहार्य नहीं रह जाएगा। इस बाजार में 40,000 डालर यानी करीब 30 लाख रुपये मूल्य तक के वाहनों पर 60 प्रतिशत आयात शुल्क है, लेकिन उससे अधिक मूल्य के वाहनों पर 100 प्रतिशत शुल्क लगता है। अगर शुल्क की यही दरें प्रभावी रहीं तो ग्राहकों के लिए टेस्ला कारें लगभग पहुंच के बाहर हो जाएंगी।