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एकाउंट ख़त्म करने पर कोर्ट का Facebook को 41 लाख रुपये देने का आदेश

कोर्ट ने फ़ेसबुक को अकाउंट खत्म करने के लिए 41 लाख रुपए देने का आदेश दिया

फ़ॉक्स न्यूज़ की एक रिपोर्ट के अनुसार, सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी ने बिना उचित कारण बताए फ़ेसबुक के अकाउंट से लॉक कर दिए जाने के बाद अमेरिका के जॉर्जिया में एक व्यक्ति ने फ़ेसबुक पर मुकदमा दायर किया और 50,000 डॉलर (41 लाख रुपये से अधिक) हासिल किए।

कोलंबस के एक निवासी जेसन क्रॉफर्ड ने बिना किसी वैध कारण के अपने एकाउंट को समाप्त करने और स्थिति को हल किये जाने से इनकार करने के लिए कंपनी पर मुकदमा दायर कर दिया था।

उन्होंने न्यूज़ आउटलेट को बताया, “मैं एक रविवार की सुबह उठा। मैंने अपने फ़ेसबुक आइकन पर टैप किया, और मुझे लॉक कर दिया गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि मुझ पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसने मुझे यह कहने का संक्षिप्त विवरण दिया कि मैंने बाल यौन शोषण पर उनके मानकों का उल्लंघन किया है और फिर यह चला गया।”

हालांकि, उनका दावा दावा था कि ऐसा कोई उल्लंघन कभी नहीं हुआ। न ही फेसबुक ने कभी यह उल्लेख किया कि उसके कौन से कार्य या पोस्ट से इस तरह के नियम का उल्लंघन होता है।

इस मुद्दे को हल करने के लिए वह कई बार फ़ेसबुक की मूल कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म पर पहुंचे, लेकिन उनके सभी मैसेज़ का कोई जवाब नहीं आया। निर्णय की अपील करने और फ़ेसबुक के समर्थन प्रणाली के भीतर एक व्यक्ति के साथ संवाद करने के उनके तमाम प्रयास व्यर्थ साबित हुए, क्योंकि इस प्रक्रिया को केवल एक सक्रिय खाते के माध्यम से ही एक्सेस किया जा सकता था।

उन्हें पहले राजनीतिक टिप्पणियों के कारण उल्लंघन का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार उन्होंने ख़ुद को अपने फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल तक पहुंचने से पूरी तरह प्रतिबंधित पाया, जिसमें उन्होंने तस्वीरें, वीडियो, पोस्ट संग्रहीत की थीं, जिन्हें वह समय-समय पर देखना पसंद करते थे।

क्रॉफ़र्ड ने फ़ॉक्स 5 अटलांटा को बताया,”मुझे लगता है कि यह बहुत ही बुरा व्यावसायिक रवैया है। यह लोगों को समाधान दिए जाने का एक भद्दा तरीक़ा है। कम से कम मुझे बताओ तो सही कि मैंने क्या ग़लत किया है।”

क्रॉफ़र्ड खुद एक वकील हैं।उन्होंने अपनी अगस्त 2022 की शिकायत में कंपनी की ओर से लापरवाही का आरोप लगाते हुए फ़ेसबुक पर मुकदमा करने का फ़ैसला किया। मुकदमे के बावजूद, उन्होंने पाया कि फ़ेसबुक लगातार ख़ामोशी अख़्तियार किए हुए है।

हालांकि, जब फ़ेसबुक की क़ानूनी टीम मुकदमे का जवाब देने में विफल रही, तो एक जज ने मेटा को 50,000 डॉलर का भुगतान करने का आदेश दिया।

उन्हें कंपनी से इस बात का पता चला, और इसके तुरंत बाद उनका अकाउंट रिस्टोर कर दिया गया। हालांकि, क्रॉफ़र्ड ने कहा कि फ़ेसबुक ज़ाहिर तौर पर न्यायाधीश के साथ सहयोग नहीं कर रहा है और अदालत के फ़ैसले के अनुसार उन्हें कोई पैसा नहीं दिया है।

फ़ेसबुक ने अभी तक इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है।