अमेरिका लगातार दुनियाभर को चेतावनी दे रहा है कि अगर किसी ने रूस का साथ दिया तो वो उसे बर्बाद कर देगा। यूक्रेन को लेकर दुनिया दो खेमे में बंटी हुई है। अमेरिका दुनिया के देशों से कहना है कि वो रूस के बजाय उसका साथ दें। इस बीच पहले नाटो देश ने जेलेंस्की की गुहार पर मदद करने के लिए हाथ बढ़ाया है। यह नाटो देश यूक्रेन को टी-72 टैंक और वाहन दिया है। ऐसे में माना जा सकता है कि, रूस यह हमला और भी तेज कर सकता है। क्योंकि, पुतिन ने सख्त चेतावनी दी है कि, अगर किसी ने भी यूक्रेन की मदद की तो वो उसे जंग का हिस्सा समझेंगे।
दरअसल, चेक रिपब्लिक ऐसा पहला NATO सदस्य देश है जिसने यूक्रेन की तरफ खुलकर मदद का हाथ बढ़ाया है। चेक रिपब्लिक ने ऐलान किया है कि वह यूक्रेन को टी 72 टैंक और हथियारों से लैस वाहन उपलब्ध करवाएगा। राष्ट्रपति जेलेंस्की की अपील के बाद चेक रिपब्लिक ने यह फैसला किया है। मंगलवार को बीवीपी-1 वीइकल्स, होवित्जर युद्धक हथियार और अन्य उपकरणों केसाथ 12 टी 72 टैंकों को ट्रेन पर लादकर स्लोवाकिया के लिए रवाना किया गया है। यहां से इन हथियारों को यूक्रेन भेजा जाएगा। बता दें कि नेटो देशों की तरफ से अगर यूक्रेन की मदद की जाती है तो विश्वयुद्ध का खतरा भी पेश आ सकता है। रूस पहले ही कह चुका है कि अगर कोई देश यूक्रेन की सीधी मदद करता है तो उसे युद्ध में शामिल माना जाएगा।
अब तक NATO देशों ने एंटी टैंक और एंटी क्राफ्ट मिसाइल जैसे छोटे हथियारों का ऑफर तो किया है लेकिन टैंक, फाइटर जेट या अन्य भारी हथियार नहीं दिया है। चेक रिपब्लिक द्वारा टैंक सप्लाई किए जाने के फैसले का विरोध भी हो सकता है क्योंकि इसे नियमों का उल्लंघन माना जाएगा।