सोशल मीडिया पर इन दिनों इटली के पूर्व प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी की शादी की चर्चाएं है। इन चर्चाओं के पीछे कई कारणों में से एक मुख्य कारण है, पति-पत्नी के बीच उम्र का भारी फासला होना। बर्लुस्कोनी की उम्र 85 साल है, वहीं उनकी पत्नी की उम्र 32 साल है। दोनों की उम्र में 53 साल का फासला होना लोगों को अटपटा लग रहा है। इंटरनेट पर उनकी शादी की तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही है। आपको जानकर हैरानी होगी कि उन्होंने ऑफिशियली शादी नहीं की है, क्योंकि उन दोनों के परिवारों के बीच विरासत को लेकर झगड़ा है।
#Silvio #Berlusconi, 85, #holds ‘#symbolic’ #marriage with 32-year-old #bride: Former Italian prime minister #Silvio #Berlusconi has staged a #symbolic wedding – swapping rings with a woman 53 years his junior in an unofficial ceremony. Dubbed a… https://t.co/BV6ftlNLlA pic.twitter.com/3Ei3YQYDFf
— Vincent Enoc (@IamVincentEnoc) March 23, 2022
ये प्रतीकात्मक शादी का समारोह मिलान के लेस्मो शहर के एक ऐतिहासिक स्थल विला गेर्नेटो में हुई। बताया जा रहा है कि बर्लुस्कोनी के इस फैसले से उनके पांचों बच्चे नाराज हैं। क्योंकि, शादी के बाद बर्लुस्कोनी के 417 अरब रुपए की संपत्ति पर फासीना का भी अधिकार हो जाएगा। आपको बता दें कि मार्ता फासीना खुद एक सांसद हैं। फासीना ने कैलाब्रियन भाषा में ग्रेजुएशन किया है। फासीना इससे पहले फ्रांसेस्का पास्कल के साथ रिलेशनशिप में थी, लेकिन 2020 में उनका ब्रेकअप हो गया। जिसके बाद वो 53 साल बड़े बर्लुस्कोनी के साथ रिलेशनशिप को लेकर चर्चा में आई।
Silvio Berlusconi, 85, holds 'symbolic wedding' to his 32-year-old MP bride https://t.co/13FAyFrjHX pic.twitter.com/n4t9r9Kr9t
— Woody (@Knewz_Currently) March 20, 2022
आपको बता दें कि बर्लुस्कोनी का नाम सेक्स वर्कर के साथ स्कैंडल में जुड़ता आया है। हाल ही में मोरक्को की सेक्स वर्कर करीमा एल महरौग से सेक्स सर्विस के बदले 50 करोड़ रुपए देने का आरोप लगा था, लेकिन उसे साबित नहीं किया जा सका। बर्लुस्कोनी पर साल 2013 में टैक्स फ्रॉड का भी आरोप लगा था। जिसके बाद सरकारी दफ्तरों में उनकी नियुक्ति पर रोक लगा दी गई थी। वे कई गबन और धोखाधड़ी के मामलों में भी आरोपी हैं। बर्लुस्कोनी के स्वास्थ्य को लेकर भी मीडिया में तरह-तरह की खबरें आती रहती है। स्वास्थ्य का हवाला देकर ही उन्होंने प्रधानमंत्री के उम्मीदवारी से अपना नाम वापस ले लिया था।