पाकिस्तान में इस वक्त जमकर उथल-कूद मची हुई है। राजनीति से लेकर देश की अर्थव्यवस्था तक पटरी पर नहीं है। कंगाली के हालत में पाकिस्तान में महंगाई इतनी बढ़ गई है कि लोग अपनी दैनिक चीजों को नहीं खरीद पा रहे हैं। साथ ही देश में बिजली तक गुल है। इस बीच पाकिस्तान के सरकारी चैनल पीटीवी ने अपने ही प्रधानमंत्री का भाषण कवर नहीं कर पाया। जिसके चलते 17 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है।
इन बर्खास्त किए गए कर्मचारियों पर आरोप है कि, उन्होंने ही शाहबाज शरीफ का भाषण कवर नहीं किया। यह सब तब हुआ था जब प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ हाल ही में लाहौर दौरे पर थे। दिलचस्प बात यह है कि प्रधानमंत्री के भाषण को कवर ना करने का कारण यह बताया गया कि उन्नत किस्म का लैपटॉप नहीं है। पाकिस्तान की मीडिया की माने तो, यह घटना उस समय हुई जब प्रधानमत्री शाहबाज शरीफ पिछले हफ्ते लाहौर में थे। इस दौरान उन्होंने कोट लखपत जेल और रमजान बाजार का दौरा किया था। बताया गया कि आमतौर पर, पत्रकारों, और संपादकों की एक वीवीआईपी टीम पीएम के कार्यक्रमों की कवरेज के लिए जिम्मेदार होती है।
द डॉन ने अपनी एक रिपोर्ट के बताया कि चूंकि यह एक वीवीआईपी टीम होती है, इसलिए यह नवीनतम गैजेट्स से लैस है। जिसमें लाइव स्ट्रीमिंग के लिए लैपटॉप और किसी भी घटना के फुटेज को समय पर अपलोड करना शामिल है। यह कोर टीम इस्लामाबाद में तैनात है और देश और विदेश में प्रधानमंत्री के साथ चलती है। पीएम शहबाज शरीफ के लाहौर दौरे से पहले पीटीवी को इस दौरे की जानकारी दी गई थी। लेकिन, इसके बाद भी ऐसा हो गया। इस घटना पर एक्शन लेते हुए पीटीवी प्रशासन ने वीवीआईपी कवरेज डिप्टी कंट्रोलर इमरान बशीर खान सहित कुल 17 अधिकारियों को निकाल दिया है। इसके अलावा प्रशासन ने कथित उपेक्षा पर विभिन्न इंजीनियरों और कैमरामैन को भी निलंबित कर दिया है।