Hindi News

indianarrative

टेररिस्तान की ‘डॉटर ऑफ नेशन’ है लेडी अलकायदा आफिया सिद्दीकी! इमरान सरकार ने दिया खिताब

पाक पीएम इमरान को अपना 'हीरो' मानती है लेडी अलकायदा आफिया सिद्दीकी!

सोडियम साइनायड बॉम्ब बनाने का फार्मूला ईजाद वाली मोस्ट वांटेड लेडी अलकायदा आफिया सिद्दीकी को इमरान खान की सरकार ने ‘डॉटर ऑफ नेशन’के खिताब से नवाजा था। आफिया सिद्दीकी कोअमेरिकी प्रशासन सीआईए और एफबीआई ओसामा बिन लादेन से ज्यादा खतरनाक मानता है। आफिया सिद्दीकी 9/11 हमले के बाद अंडरग्राउंड हो गई थी और एक दिन अचानक अफगानिस्तान में खतरनाक बम बनाने के फार्मूलों के साथ गिरफ्तार कर ली गई थी। आफिया सिद्दीकी अलकायदा के आतंकियों को बम बनाने और आर्थिक मदद की थी।

आफिया सिद्दीकी का पति अलकायदा का टॉप टेररिस्ट था। पाकिस्तान सरकार के अलावा तालिबान और जैश-ए-मुहम्मद भी आफिया सिद्दीकी की रिहाई के लिए कोशिश कर रहे थे। पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने ट्रंप शासनकाल में अमेरिकी यात्रा के दौरान आफिया सिद्दीकी को रिहा कराने की डिप्लोमैटिक कोशिशें की थीं। आफिया सिद्दीकी अमेरिका के मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से न्यूरोसाइंस में पीएचडी है। आतंकी गतिविधियों में उसका नाम 2003में ही आ चुका था। एफबीआई को सबसे पहले उसके बारे मे जानकारी आतंकी खालिद शेख मोहम्मद ने दी थी। उसी की निशान देही परआफिया को 2018 में अफगानिस्तान से गिरफ्तार कर लिया गया था। अफगानिस्तान में उसने बगराम की जेल में एक एफबीआईअधिकारी को मारने की कोशिश की थी।  जिसके बाद उसे अमेरिका डिपोर्ट कर दिया गया था

अफगानिस्तान में अमेरिकी खुफिया एजेंट, सैनिक और अमेरिका में रह रहे पूर्व पाकिस्तानी एंबेसेडर हुसैन हक्कानी को मारने के लिए साजिश का आरोप है। इसके अलावा 2011में मेमोगेट कांड मुख्य साजिशकर्ता के रूप में भी जाना जाता है।डॉ. आफिया सोशल एक्टिविस्ट भी है, उस पर यह भी आरोप है कि वो जिस चैरिटी संस्थान से कथित तौर पर जुड़ी थी, उसने केन्या में अमेरिकी दूतावास पर हमला किया था।

आफिया सिद्दीकी 90के दशक में बोस्टन में रहती थी, लेकिन अमेरिका पर हुए हमले के बाद वो साल 2002में पाकिस्तान चली गई थी और उसने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से न्यूरोसाइंस की पढ़ाई की है। आफिया सिद्दीकी एक न्यूरोसाइंटिस्ट है, लेकिन बाद में वो आतंकवादियों के संपर्क में आ गई। पाकिस्तान में आफिया सिद्दीकी को एक हीरोके तौर पर सम्मान दिया जाता है और उसके समर्थकों का कहना है कि, 9/11के बाद "आतंक के खिलाफ युद्ध" में तीन बच्चों की मां आफिया सिद्दीकी पर झूठा आरोप लगाया गया था और उन्हें बलि का बकरा बनाया गया था। साल 2018में पाकिस्तान की सीनेट ने सर्वसम्मति से सिद्दीकी की स्वतंत्रता के मामले को अमेरिका के साथ उठाने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें उन्हें ‘डॉटर ऑफ नेशन’का खिताब दिया गया।

 

आफिया सिद्दीकी के बारे में यह भी कहा जाता है कि उसके लॉयर्स की टीम में दो यहूदी वकील थे। जब आफिया को यह बात मालूम हुई तो उसने उन दोनों यहूदियों को टीम से हटवा दिया। आज भी आफिया को छुड़ाने की कोशिश करने वाले पाकिस्तानी आतंकी ने यहूदियों को ही बंधक बनाया था।