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Pakistan टूट रहा है! Imran Khan ने ऑन कैमरा कबूला,न्यूक्लियर बम भी छिनने वाला है, ठीकरा फूटेगा शहबाज शरीफ के माथे

इमरान खान ने सच कबूला! पाकिस्तान के टुकड़े होने वाले हैं

यह तो दुनिया को पहले से पता है कि पाकिस्तान का बंटवारा तय है। पहला बंटवारा बलूचिस्तान का दूसरा, सिंधु देश का, तीसरा फाटा एरिया का। अगर बचा तो पाकिस्तान के नाम पर पाकिस्तान के नाम  इस्लामाबाद और आस-पास के कुछ किलोमीटर का इलाका बचेगा। कश्मीर और गिलगिट बालटिस्तान तो भारत का हिस्सा है वो भारत में मिलना ही है। इसलिए उसका पाकिस्तान के बंटवारे से कोई मतलब है नहीं। जब पाकिस्तान का बंटवारा तय है तो फिर इमरान खान को यह बंटवारा आज ही क्यों दिखाई दिया? कारण साफ है- टूटते-बिखरते पाकिस्तान की सत्ता से इमरान खान को उठाकर फेंक दिया गया है। अब वो इसका ठीकरा शाहबाज शरीफ के माथे मढ़ना चाहते हैं।

इमरान जब सत्ता में आए टीटीपी पाकिस्तान पर हावी हुआ, उसकी वक्त तय हो गया था कि पाकिस्तान के परमाणु हथियार बाया टीटीपी मुल्क के बाहर आतंकी गिरोहों के पास जाने वाले हैं। परमाणु हथियारों को नॉन स्टेट एक्टर्स के हाथों में पड़ने से बचाने के लिए चीन भी रूस-अमेरिका के साथ खड़ा होगा। इसलिए इमरान खान को पता है कि दुनिया के जिम्मेदार देश बहुत जल्दी परमाणु हथियार सरैंडर करने के लिए कहने वाले हैं। इसलिए इमरान खान ने राग अलापना शुरू कर दिया है कि पाकिस्तान से परमाणु हथियार छीन लिए जाएंगे।

इमरान खान ने अपने मन का गुबार एक टीवीचैनल को दिए साक्षात्कार में निकाला है। इसी बीच उन्होंने एक गुप्त संदेश सेना को भी दिया है कि अगर पाकिस्तान और पाकिस्तान की सेना ने ‘सही फैसला’नहीं लिया तो पाकिस्तान के कई टुकड़े हो जाएंगे। इमरान खान ने बलूचिस्तान का नाम तो लिया मगर बाकी कौन-कौन से हिस्से अलग होंगे वो नहीं बताया।

पाकिस्तान डिफॉल्ट तो इमरान खान के कार्यकाल में ही हो चुका था। जो कदम शहबाज शरीफ उठाए हैं। वो सब कदम इमरान खान भी उठाने जा रहे थे, इसीबीच उनका तख्ता पलट हो गया। इमरान खान ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्‍यू में कहा कि पाकिस्‍तान के डिफाल्‍ट होने का खतरा मंडरा रहा है। उन्‍होंने कहा, 'यह पाकिस्‍तान और सेना की असली समस्‍या है। अगर सेना ने सही फैसला नहीं लिया तो मैं आपको लिखकर दे रहा हूं कि वे नष्‍ट हो जाएंगे और सबसे पहले सेना ही इसका शिकार होगी। शायद यह ऐलान कर इमरान खान पाकिस्तानी अवाम को शहबाज शरीफ के खिलाफ आंदोलन करने और सेना से कह रहे हैं कि वो उनका (इमरान खान का) साथ दें। यानी शहबाज सरकार का तख्ता पलटने में मदद करे।  

पूर्व पाकिस्‍तानी प्रधानमंत्री ने कहा, 'विदेशों में भारतीय थिंक टैंक अलग से बलूचिस्‍तान देश बनाने पर जोर दे रहा है, उनके पास योजनाएं हैं। यही वह वजह है जिसके कारण मैं दबाव डाल रहा हूं।' इमरान खान ने पाकिस्तान की जनता को भरमाने के लिए कहा कि शहबाज शरीफ की सरकार अमेरिका को हर तरीके से खुश करने का प्रयास करेगी क्‍योंकि नवाज शरीफ और आसिफ अली जरदारी हमेशा से ही अमेरिका, भारत और इजरायल का गठजोड़ बनाने के लिए 'खुशी' से काम करेंगे। पाकिस्तान यह बताना भूल गए कि जब इमरान खान पाकिस्तान के पीएम थे तो उन्होंने अपने खासमखास जुल्फी बुखारी को विशेष दूत बनाकर इजराइल भेजा कूटनीतिक संबंध बनाने की शुरुआत की थी।

इमरान खान से पूछा गया कि उन्होंने तो शहबाज शरीफ को 6 दिन में चुनावों का ऐलान करने का अल्टीमेटम दे रखा है। उनके लॉंग मार्च के ऐलान का क्या होगा? इस पर इमरान खान ने कहा कि उनके लॉंग मार्च इरादा पक्का है लेकिन अब यह मामला कोर्ट के सामने है। कोर्ट लॉंग मार्च की इजाजत दे देता है तो वो तुरंत कॉल देंगे।