पाकिस्तान की सत्ता में कोई भी नेता आए लेकिन उन्होंने कसम खा ली है कि राजनीति का पहला पाठ भारत के नाम से शुरु करेंगे। साथ ही अंतिम अध्याय भी भारत के ही नाम होगा। इमरान खान हो या शाहबाज शरीफ या फिर पहले के प्रधानमंत्री रहे हों। सबकी राजनीति इंडिया के नाम पर ही शुरू हुई है। इमरान खान को तो खुद नहीं पता है कि वो तारीफ करें या विरोध। क्योंकि, अपनी ही सरकार को घेरने के लिए वो कभी इंडिया की तारीफ करते हैं और जैसे ही अपना फायदा दिखता है वो विरोध करना शुरू कर देते हैं। इमरान खान सत्ता से बेदखल किए जा चुके हैं और वापसी के लिए झटपटा रहे हैं। जिसके लिए जमकर शाहबाज शरीफ सरकार को घेर रहे हैं। अब इमरान खान ने यू-टर्न मारते हुए कहा है कि, पाकिस्तान को भारत संग उत्पाद बैन कर देना चाहिए। इमरान खान को शायद पता नहीं है कि, उनके देश के नागरिक और बड़े से बड़े बिजनसमैन भारत संग व्यापार फिर से शुरू करने की बात कर रहे हैं। इंडिया संग रिश्तों को मजबूत करने की बात कह रहे हैं।
दरअसल, बीजेपी से निलंबित प्रवक्त नूपुर शर्मा की ओर से पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की गई टिप्पणी के विवाद में अब पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान भी कूद पड़े हैं। इमरान खान टिप्पणियों की निंदा करते हुए ने पाकिस्तान सरकार से भारत के साथ संबंध तोड़ने, उत्पाद पर बैन लगाने और कठोर रुप अपनाने को कहा है।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अध्यक्ष इमरान खान मीडिया से बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान सरकार को अरब देशों का अनुसरण करना चाहिए और नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा, सरकार को भारत से संबंध तोड़ लेने चाहिए। भारतीय उत्पादों का बहिष्कार किया जाना चाहिए। इमरान खान को ये कौन बताए कि पाकिस्तान की जनता खाने के लिए तड़प रही है। आटा, चावल, दाल, तेल से लेकर हर चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं। भारत व्यापार की शुरुआत फिर से पाकिस्तान ही करना चाहता है।