पेट्रोल-डीजल के दाम दुनियाभर में बढ़े हुए हैं। पश्चिमी देशों में इस वक्त तो ये अपने रिकॉर्ड स्तर पर है। तेल के दामों के बढ़ने के पीछे वजह है रूस और यूक्रेन के बीच तनाव। इन दोनों देशों के बीच जब से तनाव शुरू हुआ है उसी के बाद से दुनियाभर में तेल के दाम के साथ ही अन्य चीजों के दामों में भी वृद्धि हो गई है। इस बीच पूरी दुनिया से ऊपर उठकर अपनी जनता के लिए पीएम मोदी ने एक बार फिर से बड़ा फैसला लेते हुए पेट्रोल-डीजल के दामों में कटौती कर दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस फैसले की पाकिस्तान में जमकर तारीफ हो रही है। ये कोई और नहीं बल्कि, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान हैं जो भारत सरकार की एक बार फिर तारीफ कर रहे हैं।
इमरान खान ने अमेरिका के दबाव के बावजूद रूस से रियायती तेल खरीदने के लिए भारत की फिर एकबार प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार एक स्वतंत्र विदेश नीति की मदद से इसे हासिल करने के लिए काम कर रही है। उन्होंने पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) के नेतृत्व वाली सरकार पर बिना सिर वाले मुर्गे की तरह अर्थव्यवस्था के लिए फटकार लगाई। उन्होंने कल मोदी सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती की घोषणा की सराहना की।
इमरान खान ने, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती वाले भारत सरकार के फैसले को लेकर कहा कि, क्वाड का हिस्सा होने के बावजूद भारत ने अमेरिकी दबाव से खुद को अलग रखा और जनता को राहत देने के लिए रियायती रूसी तेल खरीदा। भारत ने वही किया जो हमारी सरकार एक स्वतंत्र विदेश नीति की मदद से इसे हासिल करने के लिए काम कर रही थी। इमरान खान ने कहा कि उनकी सरकार जनता को राहत प्रदान करने के लिए इसी तरह की कार्रवाई करना चाहती थी, लेकिन मीर जाफर और मीर सादिक सत्ता परिवर्तन के लिए बाहरी दबाव के सामने झुक गए। पूर्व पाकिस्तानी पीएम ने ट्वीट कर कहा, हमारी सरकार के लिए पाकिस्तान का हित सर्वोच्च था, लेकिन दुर्भाग्य से स्थानीय एमआई जाफ़र्स और मीर सादिक सत्ता परिवर्तन के लिए बाहरी दबाव के आगे झुक गए। अब बिना सिर वाले मुर्गे की तरह अर्थव्यवस्था के साथ देश चला रहे हैं।
बता दें कि, केंद्र सरकार द्वारा ईंधन पर उत्पाद शुल्क में कटौती के बाद शनिवार को पेट्रोल 9.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल में 7 रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई है। पीएम मोदी के इस फैसले के बाद जनता को काफी बड़ी राहत मिली है। क्योंकि, इस वक्त हर एक चीजों के दामों में वृद्धि हो गई है। लोगों को यकीन नहीं था कि केंद्र सरकार एक बार फिर से इतना बड़ा फैसला ले लेगी। पीएम मोदी ने ये फैसला ऐसे समय में भी लिया है जब पूरी दुनिया महंगाई की मार झेल रही है। अबतक तो शायद किसी भी देश ने अपनी जनता को इतनी बड़ी राहत नहीं दी है।