Imran Khan Threat: पाकिस्तान की इस वक्त न तो आर्थिक स्थिति सही है और न ही राजनीति। दोनों में जबरदस्त भूचाल आया हुआ है। देश की अर्थव्यवस्था लगातार डूबती नजर आ रही है। आलम यह है कि, पूरे मुल्के में हर एक चीजों के दामों में भारी वृद्धि हो चुकी है। दूसरी ओर राजनीति उठापटक खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद इमरान खान (Imran Khan Threat) लगातार आक्रामक होते जा रहे हैं। आतंकवाद मामले को लेकर इमरान खान (Imran Khan Threat) ने सरकार को खुली धमकी दी है। उन्होंने कहा कि, अगर उन्हें जेल भेजा गया तो वो और भी ज्यादा खतरनाक हो जाएंगे।
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पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख इमरान खान ने धमकी देने के साथ ही आतंकवाद के मामले की सुनवाई के दौरान इस्लामाबाद हाई कोर्ट के बाहर पुलिस की भारी तैनाती पर नाराजगी भी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि, आखिर इसकी क्या जरूरत है? पीटीआई प्रमुख पर 20 अगस्त को आयोजित रैली के दौरान महिला न्यायाधीश को धमकी देने का मामला दर्ज किया गया है। इस्लामाबाद के सदर मजिस्ट्रेट अली जावेद ने इसे लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। खान गुरुवार को कड़ी सुरक्षा के बीच इस्लामाबाद हाई कोर्ट पहुंचे। इस दौरान अदालत में सैकड़ों सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया था।
अपने बनिगला आवास से निकलने से पहले पीटीआई के कई नेता अदालत पहुंच गए थे। लेकिन, सुरक्षा अधिकारियों की ओर से फवाद चौधरी, शहजाद वसीम और अन्य के नाम रजिस्ट्रार ऑफिस की सूची में नहीं मिलने पर रोक दिया। वहीं, इमरान खान ने पूछा कि, अधिकारियों को किससे डर लगता है? आखिर क्यों एचसी के बाहर पुलिस की भारी टुकड़ी तैनात की गई है?
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मीडिया में आ रही खबरों की माने तो, इमरान खान ने यह कहते हुए ज्यादा बोलने से इनकार कर दिया कि, उनकी टिप्पणियों को गलत समझा जा सकता है। उन्होंने कहा कि, सुनवाई में भाग लेने बाद बोलेंगे। कोर्ट ने अदालत की अवमानना के मामले में उन पर अभियोग लगाने का फैसला किया। इसपर खान ने कहा कि, वह महिला न्यायाधीश के संबंध में अदालत में अपनी पूरी बात रखना चाहते थे, लेकिन उन्हें ऐसा करने का अवसर नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि, अब एकमात्र हल चुनाव ही बचा है।