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Pakistan का होम मिनिस्टर आतंकियों का सहयोगी! इमरान खान की पार्टी ने UN को लिखी चिट्ठी, दुनिया में मची खलबली

Pak Home Minister Rana Sanaullah Terrorists Allies

इमरान खान जब सत्ता में थे तब पाकिस्तान के विपक्षी दल कहते थे कि ये तो टीटीपी के सलाहकार और वार्ताकार रह चुके हैं, ये टीटीपी के खिलाफ कार्रवाई कैसे करेंगे। तत्कालीन विपक्षी नेता इमरान खान को ‘तालिबान खान’ कह कर पुकारते थे। आज इमरान खान सत्ता से उखाड़ फेंके जा चुके हैं। इमरान खान सड़क पर और उनके विरोधी सत्ता में हैं। अब इमरान खान की पार्टी ने पाकिस्तान के मौजूदा गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह पर आतंकियों का सहयोगी होने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं इमरान खान की पार्टी की वरिष्ठ नेता ने इस बारे में संयुक्त राष्ट्र को चिट्ठी भी लिख कर पाकिस्तान की पीडीएम सरकार के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की है।  

इमरान सरकार में ह्युमन राइट्स मिनिस्टर रही शिरीन मजारी ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बाचेलेट को एक खत लिखा है। इस खत में कहा गया है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की कयादत में बनी सरकार ने ‘आतंकवादी समूहों के सहयोगी’ और एक कथित हत्यारे को देश के गृह मंत्री के रूप में नियुक्त किया है।

शीरीन मजारी ने यह भी दावा किया है कि एक मामले में ‘आरोपी’ सनाउल्लाह अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को फंसाने के लिए ‘धार्मिक कानून- ईश निंदा का दुरुपयोग’ कर रहे हैं। शीरीन मजारी के इस पत्र पर शहबाज सरकार के पेट्रोलियम राज्य मंत्री डॉ. मुसादिक मलिक की टिप्पणी भी आ चुकी है। सादिक मलिक ने कहा कि शीरीन मजारी ने बाचेलेट कोई हमारी सरकार के खिलाफ खत नहीं बल्कि संयुक्त राष्ट्र से पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी और इमरान खान को ‘बचाने’ की गुहार लगाई है।

पीडीएम सरकार के मंत्री सादिक मलिक तंज किया है कि एक ओर पीटीआई नेता संयुक्त राष्ट्र से ‘गुहार’ लगा  रहे हैं वहीं दूसरी ओर कहते हैं कि ‘अमेरिका उनके खिलाफ साजिश कर रहा है। यूनाईटेड नेशंस से गुहार और अमेरिका पर इलजाम!वाह, क्या साजिश है।’’

बहरहाल, शीरीन मजारी के खत को लेकर पाकिस्तान में बवाल मचा हुआ है। इधर, यह भी कहा जा रहा है कि पाकिस्तान की शहबाज सरकार ने इमरान खान सहित उनकी किचन कैबिनेट के सभी सदस्यों को जेल में डालने की तैयारी कर ली है। इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने 9 मई तक इमरान खान और उनके सहयोगियों के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई पर रोक लगा रखी है। ऐसे में समझा जा रहा है कि 9 मई के बाद शहबाज सरकार ताबड़तोड़ कार्रवाई करेगी। इसी बात का डर इमरान खान को सता रहा है।