यूक्रेन संकट को लेकर अमेरिका और पूरा पश्चिमी देश रूस के खिलाफ है। अमेरिका ने दुनिया को साफ चेतावनी दे रखी है कि जो भी देश रूस का मदद करेगा वो उसे बर्बाद कर देगा। इसके साथ ही अमेरिका और नाटो मिलकर रूस के खिलाफ कड़े से कड़े प्रतिबंध लगाकर उसे आर्थिक रूप से तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इसके साथ ही रूस से तेल खरीद पर भी पाबंदियां लगा दी है। जिसके बाद रूस ने भारत से कहा कि वो भारी डिस्काउंट के साथ तेल खरीदें। इसपर भारत ने कहा कि रूस और भारत हमेसा से एक दूसरे के सुख-दुख में साथ रहे हैं। तो ऐसे में भारत ने तेल खरीदने से मना नहीं किया। अब यही बात अमेरिका को खटक गई, जिसके बाद उसने कई बार भारत को धमकी भी दी कि इसके परिणाम भारी हो सकते हैं। लेकिन, भारत का रूख साफ रहा। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने पीएम मोदी से सीधी बात कर रहे हैं। इस दौरान भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत का रूस यूक्रेन-रूस को लेकर साफ है।
दरअसल, भारत और अमेरिका के विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच वाशिंगटन में होने वाली बैठक से पहले पीएम मोदी ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से वर्चुअल बातचीत की। इस दौरान पीएम ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर अपना रुख भी साफ किया। पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के शीर्ष नेताओं को सीधी बात करनी चाहिए। पीएम ने कहा रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेंलेस्की को आमने-सामने बैठकर बात करनी चाहिए।
वाशिंगटन में होने वाली भारत और अमेरिका रक्षा और विदेश मंत्रियों की मुलाकात से पहले सोमवार शाम पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने वर्चुअल बैठक की। पीएम मोदी ने इस दौरान भारत और अमेरिका के संबंधों के अलावा रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध पर भी बात की और भारत का क्या रूख है इसको साफ किया। बाइडन से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, आज की हमारी बातचीत ऐसे समय पर हो रही है जब यूक्रेन में स्थिति बहुत चिंताजनक बनी हुई है। कुछ सप्ताह पहले तक, 20,000 से अधिक भारतीय यूक्रेन में फंसे हुए थे। काफी मेहनत के बाद हम उन्हें वहां से सकुशल निकालने में सफल हुए। हालाकि एक छात्र ने अपना जीवन खो दिया।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने यह भी कहा कि, मैंने यूक्रेन और रूस, दोनों के राष्ट्रपतियों से कई बार फोन पर बातचीत की। मैंने न सिर्फ शांति की अपील की, बल्कि मैंने राष्ट्रपति पुतिन को यूक्रेन के राष्ट्रपति के साथ सीधी बातचीत का सुझाव भी दिया। हमारी संसद में भी यूक्रेन के विषय पर बहुत विस्तार से चर्चा हुई है। यूक्रेन के बूचा शहर में हुए नरसंहार का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, हाल में बूचा शहर में निर्दोष नागरिकों की हत्याओं की खबर बहुत ही चिंताजनक थी। हमने इसकी तुरंत निंदा की और एक निष्पक्ष जांच की मांग भी की है। हम आशा करते हैं कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रही बातचीत से शांति का मार्ग निकलेगा।