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जिसे China ने धोखा दिया उसकी मदद के लिए India और Japan ने मिलाया हाथ- साथ मिलकर कर करेंगे मदद

जिसे ड्रैगन ने धोखा दिया उसकी मदद के लिए भारत और Japan ने मिलाया हाथ

श्रीलंका का जो हाल है वो चीन की देन है। चीन के कर्ज जाल में अगर श्रीलंका फंसा नहीं होता तो आज वो इस हाल में नहीं होता। इस वक्त श्रीलंका भारी आर्थिक संकट से गुजर रहा है, यहां पर तेल, रासन, दवा से लेकर लगभग हर चीजों की दामों में भारी बढ़ोतरी हो गई है। आजादी के बाद से इतिहास में पहली बार श्रीलंका की अर्थव्यवस्था इतनी बिगड़ी है। हाल की सालों में इन देशों में चीन ने तेजी से विस्तार किया है। ऐसे में जिन-जिन देशों को चीन ने लालच दिया है वो-वो देश उसकी कर्ज जाल में फंसते जा रहे हैं। श्रीलंका को भारत लगातार मदद कर रहा है। चीन ने श्रीलंका को बीच मजधार में छोड़ दिया है। ऐसे में भारत देवदूत की तरह सामने आया है श्रीलंका की हर एक तरह से मदद कर रहा है। अब भारत के साथ जापान भी आ गया है।

आर्थिक संकट में फंसे श्रीलंका की मदद के लिए भारत और जापान ने हाथ मिलाया है। कोलंबो गेजेट की एक रिपोर्ट की माने तो,  24 मई को दोनों नेताओं की चतुर्भुज सुरक्षा वार्ता से अलग हुई बैठक के दौरान इस पर सबमति बनी। जापानी विदेश मंत्रालय ने बताया कि, दोनों के बीच श्रीलंका के सुरक्षा हालात पर चर्चा के बाद मानवीय मदद पहुंचाने का फैसला लिया गया। जापान के साथ समझौते से पहले भी श्रीलंका को आर्थिक संकट से निकालने के लिए भारत हर संभव प्रयास कर रहा है। मानवीय मदद वाले सामानों, खाना बनाने वाली गैस, तेल, और चिकित्सीय सामानों से लदे जहाज भेजे गए हैं। इसके अलावा, भारत ने श्रीलंका में बौद्ध धर्म संबंधी गतिविधियां बढ़ाने के लिए भी 54 करोड़ श्रीलंकाई रुपये दिए हैं।

इंडिया ने बताया कि, उसने ऊर्जा संकट से निपटने के लिए श्रीलंका की मदद के लिए 40 हजार मीट्रिक टन डीजल भेजा है। इससे पहले इंडिया ने श्रीलंका को 50 करोड़ अमेरिकी डॉलर का तेल उधार देने को मंजूरी दी थी। 23 मई को भारत ने 40 मीट्रिक टन पेट्रोल श्रीलंका भेजा था। इसके साथ ही गहूं और अन्य खाने के भी सामना भेज कर भारत मदद कर रहा है। दवाएं भी भेज कर मदद की जा रही है।