पाकिस्तान की नई सरकार शाहबाज शरीफ के सामने कई सारी चुनौतियां हैं जिसमें से एक महंगाई भी है। देश में इस वक्त महंगाई इतनी ज्यादे बढ़ गई है कि हर एक चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं। चाहे आटा, चावल, दाल, तेल, घी, दूध या फिर अन्य खाने का राशन हो हर एक के दाम अपने हाई रिकॉर्ड पर हैं। अभी ये झेला नहीं जा रहा था कि अब पाकिस्तानियों की थाली से मीट मुर्गा भी गायब होने लगा। क्योंकि, मीटर मुर्गे की कीमतों में अचानक से तेजी आई है और इजाफा इतना ज्यादा हो गया है कि, पाकिस्तानी अब नान रोटी के साथ दाल-भाजी खाने के लिए मजबूर हो गए हैं। पाकिस्तानी नागरिक इंडिया की ओर ललचाई आंखों से देख रहे हैं। बहुत से पाकिस्तानियों को उम्मीद है कि भारतीय प्रधानमंत्री मोदी जब संकट के समय श्रीलंका को मदद दे सकते हैं तो शायद पाकिस्तान के हालात देखकर उनका दिल पसीज जाए और कुछ मदद इधर भी भिजवा दें।
पाकिस्तान के कराची में अचानल से मीट मुर्गे के दामों में वृद्धि हो गई है। कराची में मुर्गे का एक किलोग्राम मीट 700 रुपये तक बिक रहा है। ये मार ऐसे समय में झेलने को मिल रही है जब पहले ही बीफ और बकरे का गोश्त महंगा हो चुका है। बता दें कि, भारी संख्या में पाकिस्तानी बीफ और बकरे का गोश्त महंगा होने के कारण मुर्गा खरीदते हैं। ऐसे में चिकन के अचानक महंगा होने से आम लोगों की थाली से मीट गायब हो गया है। दुकानदारों का कहना है कि आने वाले दिनों में मुर्गे की कीमतों में और ज्यादा बढ़ोत्तरी होने की संभावना हैं। ऐसे में बीफ और मुर्गे के मीट की कीमतें लगभग बराबर हो जाएंगी।
ये महंगाई की मार सिर्फ कराची के ही लोग नहीं झेल रहे हैं बल्कि, पाकिस्तान के ज्यादातर शहरों में मुर्गे की कीमतों में भारी इजाफा हुई है। कई जगहों पर तो ये 700 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। दुकानदारों का तर्क है कि उन्हें ऊपर से ही माल महंगा मिल रहा है, ऐसे में बढ़ी कीमत के साथ मीट बेचने के अलावा उनके पास दूसरा कोई चारा नहीं है। पाकिस्तान में पोल्ट्री कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि मुर्गे की कीमतों में वृद्धि इसे पालने की लागत में आई बढ़ोत्तरी का नतीजा है।
पाकिस्तान सरकार के स्टेटिक्स डिपार्टमेंट ने भी पिछले दो हफ्तों में मुर्गे की कीमतों में वृद्धि को दर्शाया है। वीकली प्राइस रिव्यू के बाद स्टैटिक्स डिपार्टमेंट ने कहा कि देश में मीट की कीमतें अचानक से खूब बढ़ गई हैं। कारोबार से जुड़े लोग कीमतों में अचानक बढ़ोत्तरी को डिमांड से भी जोड़कर देख रहे हैं। उनका कहना है कि देश में मुर्गे की कमी है और मांग ज्यादा। ऐसे में कारोबारी भी अधिक लाभ पाने के लिए मुर्गे को महंगे दाम पर छोटे दुकानदारों को बेंच रहे हैं। वहीं, यह भी कहना है कि, इसकी कीमतों में अचानक हुई बढ़ोतरी का कारण पंजाब भी है। क्योंकि, यहां गेहूं की कटाइ के बाद हवा में उसके छोटे-छोटे कण और धूल की मात्रा बढ़ने से प्रदूषण भी बढ़ गया है। जिसके चलते पोल्ट्री फार्म के अंदर मौजूद मुर्गियों को सांस की बीमारियां हो रही हैं। ऐसी कई घटनाएं हुई हैं, जहां सांस न लेने के कारण मुर्गियों की मौत हुई है। खैर जो भी हो लेकिन, पाकिस्तानी अब मांस के बजाय शाकाहारी भोजन के लिए मजबूर हो गए हैं। ऐसे में कई निर्जिव जीवों की जान की बली नहीं दी जाएगी।