यूक्रेन और रूस (Ukraine and Russia) जंग को पूरा एक साल होने वाला है। इस बीच युद्ध खत्म होने के संकेत नहीं मिले हैं उल्टे तेज होने की आशंकाएं और ज्यादा बढ़ गई हैं। दरअसल, सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (joe biden) अचानक कीव पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने युद्धग्रस्त देश की राजधानी में चहलकदमी की और राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की। बाइडेन ने कहा कि हम यूक्रेन के साथ हैं और यदि उसे कोई भी जरूरत होगी तो वह पूरी की जाएगी। बाइडेन ने कहा कि यूक्रेन पर हमला करने के पीछे व्लादिमीर पुतिन का जो मकसद था, वह पूरी तरह से फेल रहा है।
इस यात्रा से रूस की इस बात को मजबूती मिलेगी कि यूक्रेन के बहाने पूरा पश्चिमी जगत ही उसके खिलाफ उतर गया है। ऐसे में वह नाटो देशों से अपनी सुनिश्चित करने के लिए यूक्रेन में जंग लड़ रहा है। व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) भी 24 फरवरी को राष्ट्र के नाम संबोधन करने वाले हैं। इस भाषण में व्लादिमीर पुतिन दुनिया को बता सकते हैं कि आगे उनका क्या प्लान है और वर्चस्व की जंग क्यों लड़ रहे हैं। इस बीच बाइडेन ने यूक्रेन पहुंचकर कहा कि हम आपकी पूरी मदद करेंगे।
बाइडेन की विजिट से खुश हुआ जर्मनी
बाइडेन के दौरे पर जर्मनी ने खुशी जाहिर की है। जर्मन सरकार के प्रवक्ता स्टीफेन हेबेस्ट्रेट ने कहा कि बाइडेन की यात्रा एक अच्छा संकेत है। वहीं बाइडेन ने कहा कि पुतिन का हमला करने के पीछे जो मकसद था, वह पूरी तरह से फेल हो गया है। पुतिन चाहते थे कि हम लोग एक न हों। नाटो में एकजुटता ना दिखाई दे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। बाइडेन ने कहा कि पुतिन ने सोचा था कि वह हम लोगों को किनारे कर देंगे, लेकिन वह ऐसा नहीं कर सके और फेल रहे।
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पुतिन का बाइडेन पर निशाना
कीव पहुंचे जो बाइडेन बेहद सहज नजर आए। वोलोदिमीर जेलेंस्की से लंबी मुलाकात की और चहलकदमी करते नजर आए। इसके अलावा उनकी पत्नी समेत कई अन्य वरिष्ठ नेताओं से भी जो बाइडेन ने मुलाकात की। अमेरिका ने यूक्रेन जंग को लेकर चीन पर भी संदेह जतााया है। उनका कहना है कि चीन की ओर से रूस की मदद की जा सकती है। गौरतलब है कि व्लादिमीर पुतिन जंग का एक साल पूरा होने पर भाषण देने वाले हैं।