शरिया मानने वाले कई कट्टर मुस्लिम देशों में शराब पर पाबंदी है। वहां, पर शराब पीने और बेचने पर बेहद ही सख्त कानून हैं। लेकिन, समय को देखते हुए और अब ऐसा लगता है कि, मुस्लिम देश भी शरिया कानून को नजरअंदाज कर अपने मुनाफे की सोच रहे हैं। क्योंकि, कुछ ऐसा ही देखने को मिलने वाला है कट्टर इस्लामिक देश कतर में। दरअसल, इस बार फीफा वर्ल्ड कप का आयोजन इस्लामिक देश कतर में होने जा रहा है। ऐसे में काफी समय से इसके कानूनों को लेकर सवाल था कि क्या विदेशी फैंस को भी इससे गुजरना पड़ेगा या फिर कतर सरकार इन्हें छूट देगी। कतर के स्टेडियमों में अब तक शराब नहीं परोसी जाती थी। लेकिन, अब वो 10लाख विदेशी दर्शकों को शराब बेचकर अपनी अर्थव्यवस्ता को थोड़ा ऊपर ले जाने की सोच रहा है।
कतर के स्टेडियमों में अब तक शराब नहीं परोसी जाती थी। यहां सार्वजनिक स्थानों पर शराब का सेवन अवैध है। लेकिन, अब कतर अपने इस नीति में बदलाव करना चाहता है। फीफा टूर्नामेंट कतर में लगभग 10लाख विदेश दर्शकों के आने की उम्मीद है और इस बार इन दर्शकों को बीयर पीने की छूट देगा। खबर है कि, कतर स्टेडियम में शराब पर बंदी को लेकर ढील दे रहा है। ये वही कतर है जो कुछ दिनों पहले ही फीफा को लेकर कहा था कि, इस दौरान कोई भी खिलाड़ी रोमांस करते हुए पकड़ा गया तो उसे सख्त सजा दी जाएगी, क्योंकि सार्वजनिक स्थानों पर रोमांस करना उसके शरिया कानूनों के खिलाफ है। लेकिन, शराब की बिक्री पर उसे ये कानून याद नहीं आते हैं।
एक रिपोर्ट की माने तो, कतर अब स्टेडियम में शराब बेचने की अनुमती देगा। दर्शक खेल के पहले और बाद में स्टेडियम कंपाउंड में शराब-बीयर पी सकेंगे। लेकिन दर्शकों को केवल नॉन एल्कोहलिक बीयर को ही अपनी सीट्स पर ले जाने की इजाजत दी जाएगी। इस बीच फीफा ने बयान दिया है कि वक्त आने पर हम पूरी योजना को जाहिर करेंगे। हम पीने वाले कंटेनर्स की डिजाइन को वैसा ही रखेगे, जिससे ब्रांड की ब्रॉडकास्ट लाखों लोग देख सकें। बता दें 1986 से फीफा का बडवाइजर के साथ स्टेडियम में लिकर सेल का कांट्रेक्ट है। वहीं, दोहा के बाहरी इलाकों में एक गोल्फ क्लब है जिसमें केवल 6 डॉलर में बीयर बिकने के लिए एक ड्रिंकिंग जोन बनाया गया है। जो ये किसी हाई एड डाउनटाइन होटलों में शराब से काफी सस्ता है।