पाकिस्तानी एक्टिविस्ट और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई ने ब्रिटेन में निकाह कर लिया है। मलाला ने असर नाम के शख्स के साथ निकाह किया है। इस बात की जानकारी मलाला ने सोशल मीडिया के जरिए दी। मलाला ने ट्वीट कर कहा, 'आज का दिन मेरे जीवन का एक अनमोल दिन है। असर और मैं जीवन साथी बनने के लिए शादी के बंधन में बंध गए हैं। हमने बर्मिंघम में अपने घर पर अपने परिवार के साथ एक छोटा सा निकाह समारोह किया। हम आगे की यात्रा के लिए एक साथ चलने के लिए उत्साहित हैं। हमें आपकी शुभकामनाओं की जरूरत है।'
Today marks a precious day in my life.
Asser and I tied the knot to be partners for life. We celebrated a small nikkah ceremony at home in Birmingham with our families. Please send us your prayers. We are excited to walk together for the journey ahead.
📸: @malinfezehai pic.twitter.com/SNRgm3ufWP— Malala (@Malala) November 9, 2021
यह भी पढ़ें- Vastu Tips: बुरी शक्तियों को घर से दूर रखते हैं ये 5 उपाय, काली नजर से अपनों को बचाते हैं ये वास्तु नियम
मलाला ने इस ट्वीट के साथ शादी की कुछ फोटो भी शेयर की हैं। जिसमें वह सिंपल ज्वैलरी के साथ टी पिंक कलर का आउटफिट पहने दिख रही हैं। उनके पति असर मलिक एक साधारण सूट पहने दिख रहे हैं। दोनों की जोड़ी सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियां बटोर रही हैं। मलाला के पिता जियाउद्दीन यूसुफजई ने भी ट्विटर पर पोस्ट करते हुए मलाला की शादी की जानकारी दी है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा यह शब्दों से परे है। आपको बता दें कि 15 उम्र में मलाला को तालिबान ने 9 अक्टूबर 2012 को लड़कियों की शिक्षा और शांति के लिए आवाज उठाने के लिए उन्हें गोली मार दी थी।
Malala Yousafzai, the campaigner for girls' education and Nobel Peace Prize laureate who survived being shot at age 15 by a Taliban gunman in her native Pakistan in 2012, said on social media she has married https://t.co/mRnGj5Pytj pic.twitter.com/1ahOuEHS1h
— Reuters (@Reuters) November 9, 2021
यह भी पढ़ें- एक 'पाकिस्तानी' ले गया पद्मश्री अवॉर्ड और देखते रह गए लोग
तालिबानी आतंकी उस बस पर सवार हो गए जिसमें मलाला अपने साथियों के साथ स्कूल जा रही थीं। तालिबानी आतंकियों ने बस में पूछा- 'मलाला कौन है?' सभी खामोश रहे लेकिन उनकी निगाह मलाला की ओर घूम गईं। आतंकियों ने मलाला पर एक गोली चलाई जो उसके सिर में जा लगी। तालिबानी आतंकियों के उन पर किए गए हमले का अंतरराष्ट्रीय स्तर निंदा हुई। इस हमले के विरोध में दुनिया भर के लोगों ने मलाला का साथ दिया। मलाला ने हार नहीं मानी और दुनिया के सामने महिलाओं की आवाज को बुलंद करने वाली महिला बनकर उभरीं। साल 2014 में मलाला को शांति का नोबेल पुरस्कार मिला। मलाला 17 साल की उम्र में नोबेल पाने वाली सबसे युवा पुरस्कार विजेता है।