आर्थिक तौर पर पाकिस्तान बुरी तरह से चरमरा चुका है। आयात करने के लिए विदेशी मुद्रा की भरी किल्लत देखने को मिल रही है। ऐसे में पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ मदद की गुहार जरा भी काम नहीं आई। आईएमएफ से वो मदद की आस में हैं लेकिन उसकी शर्तें माननी होंगी। आईएमएफ (IMF) के सुझाव के मुताबिक शरीफ जो भी एक्शन लेंगे उसमें जनता को पीसना है। लेकिन कोई दूसरा विकल्प नहीं। उस दिशा में पाकिस्तान सरकार ने बीते दिनों अपनी जनता पर पेट्रोल बम फोड़ा है। ऐसे में अब इन सब चीजों के बीच शहबाज शरीफ अपने ही घर में घिर गए हैं। तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) पार्टी ने शहबाज शरीफ सरकार को वॉर्निंग दी है। TLP ने सरकार को 72 घंटे का समय दिया है कि वह तेल की कीमतों को बढ़ाने का फैसला वापस लें। यदि ऐसा नहीं हुआ तो इसके बेहद ही बुरे परिणाम भुगतने पड़ेंगे। पाकिस्तानी सरकार ने बुधवार को पेट्रोल की कीमतों में 22.20 रुपए और डीजल में 17.20 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी।
याद दिला दें,मौलाना साद वही हैं, जिन्होंने कुछ दिनों पहले कहा था कि पाकिस्तान को दुनिया में एक हाथ में परमाणु बम लेकर कर्ज मांगना चाहिए। इस दौरान शुक्रवार को लाहौर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान TLP प्रमुख साद हुसैन रिजवी ने कहा कि अगर सरकार कीमतों को वापस नहीं लेती तो TLP वह करेगी, जिसके लिए वह जानी जाती है। मौलाना साद विरोध प्रदर्शन का संदर्भ दे रहे थे, जो पहले भी TLP की ओर से पाकिस्तान में किया गया था।
72 hours warning to the government of Pakistan #الٹی_میٹم72گھنٹوں_کا pic.twitter.com/sTzrmZ3btZ
— شہزاد رضوی (@shahzadrizvi22) February 17, 2023
शहबाज ‘अय्याशी कम करें’
साद रिजवी ने मांग की है कि राजनेताओं और सरकारी अधिकारी को दिया जाना वाला पेट्रोल तुरंत बंद किया जाना चाहिए, क्योंकि हर रोज वे लाखों लीटर तेल इस्तेमाल में ले रहे हैं। मौलाना साद ने कहा, ‘ये अपनी अय्याशियां कम करने के बजाय बोझ कौम पर डाल रहे हैं। पेट्रोल की कीमत इन्होंने फिर बढ़ाई है। हम आपको 72 घंटे का समय दे रहे हैं। अगर पेट्रोल की बढ़ी कीमत वापस नहीं हुई तो हम वह करने को मजबूर हो जाएंगे, जिसके लिए TLP को जाना जाता है।
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सरकार मंत्रियों का खर्च कम करे
मौलाना साद ने कहा कि पाकिस्तान 75 साल में 23वीं बार IMF के सामने लोन की भीख मांग रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का कर्ज एक साल में ही 23 फीसदी बढ़ गया है। मौलाना साद ने यह भी दावा किया कि IMF पाकिस्तान के परमाणु अड्डों का भी दौरा करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के गरीब लोगों को इस हद तक निचोड़ लिया गया है कि वह विरोध के बारे में सोच भी नहीं सकता।