भारत में एक तिनका भी हिलता है तो पाकिस्तान इसपर जमकर हो-हल्ला मचाना शुरू कर देता है। उसके साथ कई और मुस्लिम देश भी बहती गंगा में हाथ धोने लगते हैं। देश में कुछ कट्टरपंथी मुसलमान आज भी हैं जो रहते, सोते खाते तो यहां कि हैं लेकिन, मौका मिलते ही देश के सीने में खंजर घोंपने से बाज नहीं आते। उनकी बोली पाकिस्तान की है। भारत में जब भी कुछ होता है तो इसमें ये कट्टरपंथी आग लगाने का काम करते हैं और पाकिस्तान इस आग को फैलाने का काम करता है। लेकिन, जब पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ उत्पीड़न होता है तो ना तो कट्टरपंथियों के हलक से आवाज निकलती है और ना ही बाकी के मुस्लिम देशों के मुंह से और रही बात पाकिस्तान की तो वो तो शुरू से ही बेशर्म रहा है। पाकिस्तान में बेशर्मी नहीं बल्कि, इंसनियत तार-तार हुई है और एक बार फिर साबित हो गया है कि, पाकिस्तान सरकार अल्पसंख्यकों को अपने यहां सुरक्षा देने में विफल है। क्योंकि, इस बार दो हिंदू बहनों के साथ रेप हुआ है। सबसे बड़ी बात यह कि, एक आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया है तो वहीं दूसरे को कोर्ट से अग्रिम जमानत भी मिल गई है। यह पाकिस्तान की कानून व्यवस्था को दर्शाता है कि कैसे रेप जैसे संगीन मामले को अंजाम देने वाला मुजलीम जेल जाने से बच जाता है।
पंजाब प्रांत में दो हिंदू बहनों के साथ बंदूक की नोक पर रेप किया गया और सबसे बड़ी बात यह कि, मामले को दर्ज करने में पुलिस ने तीन दिन लगा दिए। इसे देखकर ऐसा लगता है कि, पुलिस प्रशासन के भी मन में अल्पसंख्यकों को लेकर द्वेष की भावना भरी हुई है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को जानकारी देते हुए कहा कि पंजाब प्रांत में दो व्यक्तियों द्वारा दो हिंदू बहनों के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया गया। दोनों पीड़ित बहनों की उम्र 16 से 17 बताई जा रही है। पुलिस अधिकारी इरशाद याकूब ने बताया कि बहावलनगर, फोर्ट अब्बास में रहने वाली 16 और 17 साल की दो बहनें पांच जून की सुबह अपने घर से बाहर नजदीक के एक खेत में शौच के लिए गयी थीं। उन्होंने बताया कि वहां दो व्यक्तियों ने बंदूक दिखा कर उन्हें बंधक बना लिया और उनके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, आरोपियों की पहचान उमर अशफाक और काशिफ अली के रूप में की गयी है। उन्होंने बताया कि मेडिकल जांच में दोनों बहनों के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई है।
पुलिस ने तीन दिन की देरी के बाद यह मामला दर्ज किया क्योंकि इलाके के कुछ प्रभावशाली लोग पीड़िता के परिवार के साथ मामले को कथित तौर पर सुलझाना चाहते थे। काशिफ अली नामक आरोपी का संबंध एक प्रभावशाली परिवार से है। पुलिस अधिकारी इरशाद याकूब ने कहा कि किशोरियों के पिता की शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस अधिकारी ने आगे कहा कि उमर को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि काशिफ अली ने अदालत से अग्रिम जमानत हासिल कर ली है।