तालिबान ने 15 अगस्त को अफगानिस्तान के काबुल पर कब्जा कर लिया था। कब्जे के बाद जो खूनखराबा हुआ उसे पूरी दुनिया ने देखा। हफ्ते भर पहले तालिबान ने सरकार बनाने का ऐलान कर दिया। सभी नेताओं के बीच पदों को बटवारा भी कर दिया गया। इस बीच सत्ता के लिए आपस में संघर्ष भी हुआ हक्कानी ग्रुप और मुल्ला बरादर ग्रुप आपस में भिड़ गए। इस दौरान गोली चलने से बरादर के घायल होने की भी खबर आई। तालिबान सरकार में मुल्ला बरादर को डिप्टी प्रधानमंत्री बनाया गया है, लेकिन मुल्ला बरादर कई दिनों से गायब है। अब ये खबरें आने लगी है कि बरादर मौत हो गई है।
तालिबान ने हिब्तुल्लाह अखुंदजादा को सुप्रीम लीडर घोषित किया गया था और मुल्ला अब्दुल गनी बरादर को डिप्टी प्राइम मिनिस्टर। ये दोनों ही अब तक कहीं नजर नहीं आए हैं। बरादर ने दो दिन पहले 39 सेकंड के एक कथित ऑडियो टेप के जरिए खुद के सेहतमंद होने का दवा किया। अब इस टेप पर भी सवालिया निशान लगने लगे हैं।
हालांकि इन सभी बातों से तालिबान ने इनकार किया है। तालिबान बरादर ने अपनी मौत की अफवाहों के बाद ऑडियो टेप भी जारी किया है। इस ऑडियो टेप पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। टेप की क्वॉलिटी और बैकग्राउंड को लेकर सवाल उठने लगे हैं। कयास ये भी हैं कि तालिबान हुकूमत में शामिल हक्कानी नेटवर्क से झड़प में मुल्ला बरादर मारा जा चुका है या गंभीर रूप से घायल है।
वहीं सुप्रीम लीडर हिब्तुल्लाह अखुंदजादा के बारे में तालिबान ने कहा था- सुप्रीम लीडर अखुंदजादा जल्द ही दुनिया के सामने आएंगे। 15 दिन पहले दिए गए बयान के बावजूद वो अब तक नहीं दिखा। रिपोर्ट के मुताबिक, अखुंदजादा भी या तो मारा जा चुका है या फिर गंभीर रूप से बीमार है। अगर ऐसा नहीं है तो अब तक सामने क्यों नहीं आया। कतर की राजधानी दोहा में भी उसका अता-पता नहीं था।
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