नेपाल के मुख्य न्यायाधीश चोलेंद्र शमशेर जेबी राणा (Chief Justice Cholendra Shumsher JB Rana) के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगे हैं। जिसके बाद संसद सिचवालय में महाभियोग प्रस्ताव दर्ज किया गया है। नेपाल संसद के अध्यक्ष के मीडिया सलाहकार ने कहा है कि, सत्तारूढ़ नेपाली कांग्रेस, माओवादी सेंटर और जनता समाजवादी पार्टी के सांसदों ने मुख्य न्यायाधीश चोलेंद्र शमशेर जेबी राणा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव दर्ज किया है।
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नेपाल सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ कई आरोप लगने के बाद महाभियोग प्रस्ताव दायर किया गया है। एक विधायक ने कहा है कि, नेपाली कांग्रेस और उसके गठबंधन सहयोगियों के सांसदों ने संसद सचिवालय में सीजे राणा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव दर्ज किया है। यहां तक कि इस प्रस्ताव में करीब 100 सांसदों ने हस्ताक्षर किए हैं। सीजे के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव को लेकर काफी मांग की जा रही थी।
मुख्य न्यायाधीश पर आचार संहिता का उल्लंघन करने, उच्चतम न्यायालय में न्यायिक माहौल बनाए रखने में विफल रहने और नैतिक आधार नहीं अपनाए जाने सहित तमाम आरोप लगे हैं। जिसके बाद ये कदम उठाया गया है। कानून मंत्री दिलेंद्र प्रसाद बडू के नेतृत्व में सत्तारूढ़ गंठबंधन के विधायक मुख्य न्यायाधीश राणा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लेकर रविवार सुबह संसद सचिवालय पहुंचे थे। नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी सेंटर) के एक विधायक देव गुरुंग ने पुष्टि करते हुए कहा, हमने मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव दर्ज किया है।
नेपाल के संविधान की माने तो इसके अनुच्छेद 101 (2) में यह कानून है कि, अगर संसद के एक चौथाई सदस्य संवैधानिक पद पर असीन किसी भी व्यक्ति के खिलाफ इस आधार पर महाभियोग प्रस्ताव दर्ज कर सकते हैं कि वह अपने कर्तव्य को प्रभावी ढंग से नहीं निभा रहा है या संविधान के खिलाफ काम कर रहा है या गंभीरता से उसकी आचार संहिता का उल्लंघन कर रहा है।