एक तरफ जहां तालिबान में अफगानिस्तान में सरकार बनाने की खुशी में 11 सितंबर को काबुल में एक बड़ा कार्यक्रम का आयोजन करने जा रहा है को नॉर्थन अलायंस ने कहा है कि तालिबान की सरकार असंवैधानिक सरकार है। तालिबान के खिलाफ मोर्चा खोलकर बैठे रजिस्टेंस फ्रंट नेता अहमद मसूद ने कहा है कि वो अफगानिस्तान में समानांतर सरकार बनाएंगे। अहमद मसूद ने कहा है कि वो केवल उसी सरकार को मान्यता दे सकते हैं जो जनता के वोट से चुनकर आई है। अहमद मसूद ने दुनिया की तमाम संस्थाओं और पश्चिमी देशों से आग्रह किया है कि अफगानिस्तान की आतंकवादियों की सरकार को मान्यता न दें। वरना ये दुनिया के घातक साबित होंगे।
विद्रोही गुटकी अगुवाई कर रहे अहमद मसूद ने कहा हैकिहम अफगानिस्तान मेंएक वैध और ट्रांजिशनल प्रजातांत्रिक सरकार बनाएंगे। यह वैध सरकार लोगों के मत से बनेगी और अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी उसे स्वीकार करने में नहीं हिचकिचाएँगे।
नेशनल रजिस्टेंस फ्रंट ने कहा है कि तालिबान की यह अवैध सरकार अफगानिस्तान के लोगों के लिए कतई ठीक नहीं और इससे यहां अस्थिरता आएगी। यह अफगानिस्तान की शांति और सुरक्षा के लिए भी खतरनाक है। इससे पहले अहमद मसूद ने अपना एक वीडियो भी जारी किया था और इस वीडियो में उन्होंने अफगानिस्तान के लोगों से तालिबान के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए कहा था।
रजिस्टेंस फोर्स नेसंयुक्त राष्ट्र, यूएनएचआरसी, यूरोपियन यूनियन तथा अन्य संगठनों से अपील की है कि वो तालिबान को सपोर्ट न करें। इससे पहले तालिबान ने सोमवार को कहा था कि उसने पंजशीर पर कब्जा कर लिया है। हालांकि, विद्रोही गुट इसे गलत बता रहे हैं और कह रहे हैं कि पंजशीर घाटी पर तालिबान का पूरी तरह से कब्जा नहीं हुआ है।