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Pakistan को Russia ने दिया करारा झटका, कहा- हमारे फ्लाइंग जोन से हटा लो अपना विमान वरना दाग देंगे…

यूक्रेन के बाद पाकिस्तान को रूस ने दिया बड़ा झटका

कंगाली की हाल में पाकिस्तान इस वक्त अपनी अर्थव्यवस्था बचाने के लिए पूरी कोशिश कर रहा है। मुल्क में हर चीजों की दामों में भारी वृद्धि आ चुकी है। खाने तेल से लेकर, आटा, चावल, दाल डालडा के साथ ही सारी चीजों के दामों में भारी इजाफा किया गया है। साथ ही पेट्रोल-डीजल के दामों में भी भारी वृद्धि है। ऐसे में शाहबाज सरकार अपनी पूरी कोशिश कर रही है इस कंगाली से बाहर आने के लिए। इसके साथ ही सकार अपने सहयोगी देशों से मदद  मांग रही है। कभी चीन के पास जा रही है तो कभी सऊदी अरब के पास। पाकिस्तान की हालत कितनी खराब है इसका अंदाजा इसी से लगा लें कि पाकिस्तान एयरलाइंस द्वारा बकाया राशि का भुगतान करने के लिए पैसे नहीं है। ऐसे में रूस ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए ओवरफ्लाइंग क्लीयरेंस देने से मना कर दिया है। दुनिया के सामने पाकिस्तान को इसके चलते एक बार फिर से बेइज्जती का सामना करना पड़ा है।

पाकिस्तान एयरलाइंस द्वारा बकाया राशि का भुगतान नहीं करने के चलते रूस ने फ्लाइट को ओवरफ्लाइंग क्लीयरेंस देने से इनकार कर दिया। इसके बाद इस्लामाबाद से टोरंटो जा रही फ्लाइट को रूट बदलना पड़ा। जैसे ही ये खबर सामने आई लोगों ने पाकिस्तान सरकार से सवाल करना शुरू कर दिया। लोगों ने पूछा कि इस शर्मनाक स्थिति की वजह क्या है? मीडिया में आई खबरों की माने तो, यह मामला 17 जून का है। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की इस्लामाबाद से टोरंटो जा रही फ्लाइट को ओवरफ्लाइंग क्लीयरेंस नहीं मिला। जिसके बाद फ्लाइट को पहले कराची लाया गया, इसके बाद यहां से फ्लाइट ने रूस की जगह यूरोपीय देशों के एयर स्पेस का इस्तेमाल किया। इसके बाद फ्लाइट टोरंटो पहुंची।

इस शर्मनाक घटना पर पाकिस्तान एयरलाइंस की ओर से बताया गया कि टोरंटो के लिए उड़ान को ईरान, टर्की और यूरोप के रास्ते का इस्तेमाल करना पड़ा। जहाज ने कराची से उड़ान भरी। बताया जा रहा है कि पीआईए की फ्लाइट PK781 में 250 से अधिक यात्री थे जिन्हें कराची रवाना किया गया । दरअसल स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान को ओवरफ्लाइंग क्लीयरेंस के शुल्क के लिए पैसा ट्रांसफर करने में दिक्कत का सामना करना पड़ा था। पाकिस्तान इंटरनेशलन एयरलाइंस का कहना है कि रूस को वैश्विक प्रतिबंधों के चलते पेमेंट प्राप्त करने में दिक्कत आई इस वजह से PIA को रास्ता बदलना पड़ा।