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देखें: मिस्र ने PM Modi को अपने सर्वोच्च सम्मान ‘Order of the Nile’ से नवाज़ा

मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फ़तह अल-सिसी ने पीएम नरेंद्र मोदी को 'ऑर्डर ऑफ़ द नाइल' पुरस्कार से सम्मानित किया (फ़ोटो: MEA/ Twitter)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रविवार को राजधानी काहिरा में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फ़तह अल-सिसी ने ‘ऑर्डर ऑफ़ द नाइल’ पुरस्कार से सम्मानित किया।

‘ऑर्डर ऑफ़ द नाइल’, मिस्र का सर्वोच्च राजकीय सम्मान है। मिस्र के राज्य सम्मान के साथ भारतीय प्रधानमंत्री को 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से 13वें राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

वाशिंगटन की बेहद सफल यात्रा के समापन के बाद मोदी 26 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय यात्रा के लिए मिस्र पहुंचे। मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफ़ा मैडबौली ने शनिवार को हवाईअड्डे पर गले लगाकर और हाथ मिलाकर मोदी का स्वागत किया था।

मिस्र में अपने दूसरे दिन प्रधानमंत्री ने द्विपक्षीय संबंधों को “रणनीतिक साझेदारी” तक बढ़ाने के लिए मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फ़तह अल-सिसी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने रक्षा और सुरक्षा, व्यापार और निवेश, नवीकरणीय ऊर्जा, सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के संबंधों के माध्यम से संबंधों को मज़बूत करने पर भी चर्चा की।

विभिन्न कार्यक्रमों के बीच मोदी ने काहिरा में हेलियोपोलिस युद्ध स्मारक पर प्रथम विश्व युद्ध के दौरान मिस्र में अपने प्राणों की आहुति देने वाले भारतीय सैनिकों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। समाचार एजेंसी पीटीआई ने भारतीय राजदूत अजीत गुप्ते के हवाले से कहा, “यह उन 3,799 भारतीय सैनिकों के लिए एक स्मारक है, जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान मिस्र में विभिन्न लड़ाइयों में अपने प्राणों की आहुति दी थी…”।

भारत की सॉफ़्ट पॉवर कूटनीति को आगे बढ़ाते हुए मोदी ने काहिरा में मिस्र के योग शिक्षकों नाडा एडेल और रीम जाबक से मुलाक़ात की। उन्होंने अपने देश में लोगों के बीच योग को लोकप्रिय बनाने के उनके प्रयासों की सराहना की। यह प्रधानमंत्री के प्रयासों का ही नतीजा था कि संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय निकाय के तत्वावधान में योग के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय दिवस बनाने पर सहमत हुआ था।

मिस्र की योग प्रशिक्षक रीम जाबक का भारतीय प्रधानमंत्री के साथ बातचीत का वीडियो देखें।

उन्होंने पहले भारत-मिस्र संबंधों को बढ़ावा देने और दोनों सभ्यताओं के बीच सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के बीच संबंधों को मज़बूत करने के बारे में मिस्र के बड़े मुफ़्ती प्रोफेसर शॉकी इब्राहिम अल्लम से मुलाक़ात की थी। बड़े मुफ़्ती ने भारत में विभिन्न धर्मों और विविध समुदायों के बीच बहुलवाद को बढ़ाने की प्रतिबद्धता के लिए भी मोदी की प्रशंसा की।