पाकिस्तान (Pakistan) ने भारत की नकल करते हुए बड़ी हेकड़ी के साथ रूस से ‘सस्ता’ तेल खरीदा और इसकी पहली खेप अब कराची बंदरगाह पहुंच गई है। यूक्रेन युद्ध के बीच पाकिस्तान (Pakistan) और रूस के बीच 2 लाख 50 हजार बैरल कच्चे तेल की डील हुई है। इस तेल की डील में विवाद खड़ा हो गया है और पाकिस्तान (Pakistan) के एक्सपर्ट ने दावा किया है कि इससे उनके देश को फायदा हुआ या नहीं लेकिन भारत और UAE के बिचौलिए जरूर मालामाल हो गए हैं।
दुनियाभर में आने-जाने वाले कार्गो जहाजों पर नजर रखने विशेषज्ञ फिनले रिचर्डसन का दावा है कि इस पूरी डील में गुजरात कनेक्शन प्रमुखता से शामिल है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘पाकिस्तान को 1 लाख टन रूसी तेल का पहला समझौता हुआ था। 45 हजार टन तेल का पहला कार्गो जहाज 11 जून को कराची पोर्ट पर पहुंच गया है। इस तेल को टैंकर जहाज प्योर प्वाइंट लेकर पहुंचा है। यह जहाज यूएई में रजिस्टर कंपनी का है। रोचक बात यह है कि यूएई यूक्रेन युद्ध के बीच में अभी रूसी ऊर्जा कंपनियों का पसंदीदा ठिकाना बनकर उभरा है। रूसी कंपनियों ने देश के बाहर यूएई में अपना ऑफिस खोला है।’
How to ship Russian oil to Pakistan:
1. Russia to India
2. India to UAE
3. UAE to PakistanDoes that sound efficient to you?
Do you think Russia is pleased about that?
Does that put upwards or downwards pressure on the price of oil? pic.twitter.com/Q1tOnYkBai
— Ed Finley-Richardson (@ed_fin) June 12, 2023
फिनले रिचर्डसन ने कहा कि प्योर प्वाइंट जहाज को ओमान के जलक्षेत्र में 6-8 जून को लोड किया गया था। उन्होंने कहा कि यह रूसी तेल का कार्गो जहाज रूस से पहले ईरान पहुंचा, ईरान से ओमान, ओमान से भारत में गुजरात पहुंचा जहां इसे रिफाइन किया गया। इसके बाद यह तेल यूएई पहुंचा और वहां से इसे फिर पाकिस्तान भेज दिया गया। दावा किया जा रहा है कि यह कार्गो भारत में गुजरात के वादिनार रिफाइनरी पहुंचा था जहां इसे रिफाइन किया गया। इस रिफाइनरी को नायरा एनर्जी लिमिटेड चलाती है जिसमें रूसी की दिग्गज ऊर्जा कंपनी रोसनेफ्ट की 49.13 फीसदी हिस्सेदारी है।
Pakistan ने Russia से खरीदा सस्ता तेल! Modi ने खेला खेल
पाकिस्तान के आर्थिक मामलों के जानकार और पत्रकार वकास ने दावा किया है कि भारत इस डील से 17 डॉलर प्रति बैरल की कमाई कर रहा है। उन्होंने कहा कि रूस ने यह तेल पहले भारत को 52 डॉलर प्रति बैरल में बेचा था। इसके बाद जब यह यूएई के रास्ते पाकिस्तान पहुंचा तो उसकी कीमत 69 डॉलर प्रति बैरल हो गई। उन्होंने दावा किया कि भारत और यूएई के बिचौलिए इस तरह से पाकिस्तान के खरीदे रूसी तेल से कई डॉलर प्रति बैरल की कमाई कर रहे हैं।
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