श्रीलंका इस वक्त भारी आर्थिक तबाही का सामना कर रहा है। यही हाल अब पाकिस्तान का भी होता नजर आ रहा है। यहां पर दैनिक चीजें इतनी ज्यादी महंगी हो गई हैं कि जनता का हाल बेहाल हुआ पड़ा है। पाकिस्तान के कंगाली की राह का अंदाजा इसी से लगा लें कि, यहां पर गैस सिलेंडर 3000 रुपये का हो गया है। बिजली 24 रुपये यूनिट हो गई है और पेट्रोल 227 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है। पाकिस्तान की जनता इन सब को लोकर गुस्से में सड़कों पर जमकर प्रदर्शन कर रही है। लाहौर से लेकर कराज और खैबर पख्तूनख्वा में मंहगाई के खिलाफ जुलूस निकाले जा रहे हैं। जो हाल श्रीलंका में देखने को मिला था वही हाल अब पाकिस्तान में देखने को मिल रहा है। ऐसे में अब पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से उम्मीद है। ऐसा इसलिए क्योंकि, खबर है कि, इसी के चलते पाकिस्तान ने अमेरिका को अलकायदा के चीफ खूंखार आतंकी अल जवाहिरी को मारने में मदद की।
मीडिया में आ रही खबरों की माने तो, आईएमएफ से मदद के लिए पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा ने अमेरिका डिप्टी विदेश मंत्री से बात की थी। यहां तक कि, तालिबान भी पाकिस्तान पर मुखबिरी का आरोप लगा रहा है। पाकिस्तान की इस वक्त क्या हाल है इसका अंदाजा इसी से लगा लें कि, पेट्रोल की कीमत 227 डीजल 244 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। जनता से 24 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली का बिल वसूला जा रहा है। प्याज और टमाटर जैसी सब्जियों के दामों में 160 फीसदी तक का उछाल आया है। साथ ही तेल से लेकर चिकन के दाम इतने ज्यादे बढ़ गए हैं कि खाने के लिए लाले पड़े हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, पाकिस्तान में घरेलू सिलेंडर 3000 रुपये में मिल रहा है।
पाकिस्तान के अर्थशास्त्री परवेज ताहिर का कहना है कि, देश में जो भी कमाई होती है उसका 80 फीसदी तक कर्ज चुकाने में चला रहा है। पाकिस्तान के जो वर्तमान हालात हैं उसकी एक बड़ी वजह है कि यहां चीजों का आयात बढ़ना और निर्यात कम होना। यहां की मुद्रा विदेश जा रही है, इसलिए हालात बिगड़ रहे हैं। विदेशी मुद्रा भंडार पहले ही घट चुका है। एक रिपोर्ट के मुताबकि, 30 जून तक देश के पास 980 करोड़ डॉलर का ही विदेशी मुद्रा भंडार बचा था। कुल मिलाकर अब पाकिस्तान की किस्मत अब IMF के हाथों में है। अगर वो आर्थिक मदद करता है तो मुल्क तबाही से बच जाएगा वरना पाकिस्तान को उसका सदा बहार दोस्त चीन भी नहीं बचा पाएगा।