पाकिस्तान की सत्ता में परिवर्तन के बाद अब माहौल थोड़ा ठंडा है लेकिन, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अब भी हार का गम भुला नहीं पा रहे हैं। खान को अब भी लग रहा है कि वो सत्ता में वापसी कर सकते हैं। इमरान खान नई सरकार के खिलाफ जगह-जगह पर रैलियां कर हमला बोल रहे हैं। अब एक बार फिर से उन्होंने कहा है कि, शाहबाज सरकार के खिलाफ वो मार्च निकालेंगे और उन्होंने कहा कि, जंग शुरू हो गया है।
इमरान खान ने कहा है कि, शहबाज शरीफ सरकार के खिलाफ मई के अंतिम सप्ताह में इस्लामाबाद की ओर सरकार विरोधी लंबा मार्च शुरू करेंगे। इमरान ने शरीफ सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि हम पीछे नहीं हटेंगे। इमरान खान अपने खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने के समय से कहते रहे हैं कि सरकार गिराने के लिए विदेशी साजिश रची गई है और पाकिस्तान के कुछ लोग विदेशी ताकतों के हाथ की कठपुतली बने हुए हैं। इमरान ने सरकार गिराने को लेकर अमेरिका पर आरोप लगाया था। नवनियुक्त सरकार के खिलाफ तेवर तल्ख करते हुए इमरान ने बड़ी रैलियों की घोषणा की है। इमरान ने मुख्य न्यायधीश उमर अता बंदियाल और राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को पत्र लिखकर पूछा है कि उनके खिलाफ हुई विदेशी साजिश, जिसमें अमेरिका शामिल था उसकी जांच में कितनी प्रगति हुई है।
खान ने आरोप लगाया है कि, पाकिस्तान की राजनीति में विदेशी हस्तक्षेप हो रहा है। पाकिस्तान के कुछ लोग विदेशी ताकतों से मिले हुए हैं और विदेशों से उन्हें मोटा पैसा मिल रहा है। जनता को इसका एहसास हो गया है। जनता सरकार में बदलाव चाहती है। इसके साथ ही खान की पार्टी मई के अंतिम सप्ताह में सरकार विरोधी मार्च निकाल सकती है, लेकिन अभी तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है। इमरान ने कहा कि देशद्रोहियों से लोग नाराज हैं और तत्काल न्याय चाहते हैं, इसलिए हम जनता के साथ मिलकर देशद्रोहियों के खिलाफ एकजुटत होंगे। उधर पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति का कहना है कि इमरान सरकार के खिलाफ किसी विदेशी साजिश के सुबूत नहीं मिले हैं। इमरान की पार्टी पीटीआई ने विदेशी साजिशों का आरोप लगाते हुए देशभर में अमेरिका के खिलाफ प्रदर्शन किए हैं।
इसके साथ ही एक वीडियो संदेश जारी कर इमरान खान ने पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी के कार्यकर्ताओं और पाकिस्तान की जनता से अपील की है कि वो अपने देश के अपमान के खिलाफ अपना विरोध-प्रदर्शन करने के लिए इस्लामाबाद की ओर मार्च करें।