Pakistan आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है,चेतावनी के बाद कर्ज के लिए पाक पीएम शहबाद शरीफ आईएमएफ(IMF) की चरणों में गिर गए हैं। भले ही पाकिस्तान सरकार को आईएमएफ की ओर से कर्ज के तौर पर पैसे मिले हों लेकिन पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार कर्ज मिलने पर भी जश्न मना रही है, लेकिन अब वैश्विक एजेंसियों ने पाकिस्तान को लेकर बड़ी चेतावनी दी है। IMF ने इस र पाकिस्तान को बहुत बड़ी शर्तों पर लोन दिया है।
पाकिस्तान सरकार को IMF की चेतावनी
पाकिस्तान सरकार को अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने कड़ी चेतावनी दी है। आईएमएफ ने अपनी ताजा रिपोर्ट जारी किया है,जिसमें उसने कहा है कि 3 अरब डॉलर के ताजा लोन के अलावा पाकिस्तान को आने वाले चुनाव के बाद एक और पैकेज की जरूरत होगी। इस बीच अब खुलासा हुआ है कि आईएमएफ से कर्ज के लिए 6 महीने तक हाथ पैर जोड़ने वाली शहबाज शरीफ सरकार को वैश्विक एजेंसी बहुत ही कड़ी शर्तों पर कर्ज दिया है।
IMF ने जारी किया 120 पन्ने की रिपोर्ट
IMF ने अपनी 120 पन्नों की रिपोर्ट में पाकिस्तान से कहा कि लंबे समय तक के लिए भुगतान का संतुलन बना रहे, इसके लिए पाकिस्तान को वर्तमान लोन के अलावा और ज्यादा पैसे की जरूरत होगी।साथ ही इस रिपोर्ट को पाकिस्तान के वित्त मंत्री और स्टेट बैंक के गवर्नर के साथ हुए समझौते के आधार पर जारी किया गया है।
पाकिस्तान में बहुत जटिल है आर्थिक चुनौतियां
आईएमएफ ने कहा कि भविष्य में दिया जाने वाला दूसरा पैकेज पाकिस्तान में स्थिरता लाएगा। आईएमएफ ने अपने आकलन में कहा कि पाकिस्तान में आर्थिक चुनौतियां बहुत जटिल हैं और बहुआयामी हैं।
IMF की शर्तों का असर दिखने लगा
रिपोर्ट के मुताबिक IMF ने कहा है कि पाकिस्तान को लेकर ख़तरा बहुत ही ज्यादा है।लिहाजा इसका हल करने के लिए जरूरी है कि जिन नीतियों पर सहमति बनी है, उस पर तेजी से क्रियान्वयन किया जाए।
शहबाज सरकार ने 5 रुपए प्रति यूनिट बढ़ाए बिजली के दाम
इसके अलावा एजेंसी ने कहा कि आईएमएफ प्रोग्राम का निर्णायक और सतत क्रियान्वयन खतरे को कम करने के लिए जरूरी होगा। आईएमएफ के साथ हुए समझौते के तहत शहबाज सरकार ने बिजली के दाम को 5 रुपये प्रति यूनिट बढ़ा दिया है।
पाकिस्तान में टैक्स दर बढ़ने की शंका
पाकिस्तान में रिपॉर्ड तोड़ महंगाई के बाद भी गैस के दामों में महज 40 पैसे की बढ़ोत्तरी की गई है। वहीं ,पाकिस्तान में अब टैक्स दरों में इजाफा करने की तैयारी चल रही है।
पाकिस्तान में कर्ज लेने के कारण विदेशी मुद्रा में बढ़ोत्तरी
बता दें कि पाकिस्तान पर 100 अरब डॉलर से ज्यादा का कर्ज है,जिसमें 30 अरब डॉलर सिर्फ चीन का है। वहीं बताया जा रहा है कि पाकिस्तान को इस वित्तीय वर्ष में 25 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज लौटाना भी है। हालांकि पाकिस्तान का विदेशी मुद्राभंडार बढ़ा है,क्योंकि आईएमएफ, चीन, सऊदी अरब के कर्ज के कारण विदेशी मुद्रा में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।
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