पाकिस्तान आज इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) बैठक की मेजबानी करने जा रहा है। इस बैठक में मुस्लिम देशों के विदेश मंत्री शामिल होंगे। बैठक से पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने मीडिया से बात की। इस दौरान विदेश मंत्री ने भारत के खिलाफ जहर उगला। कुरैशी ने कहा कि भारत ओआईसी की मीटिंग को रूकवाना चाहता था। इसके लिए भारत के पीएम मोदी ने खूब कोशिश की, लेकिन सफल नहीं रहे। इसमें हमारे भी कुछ अपने भी शामिल थे, जो भारत का साथ दे रहे थे।
विपक्षी पार्टियों पर हमला कुरैशी ने कहा कि हमारे कुछ अपने भी भारत के जाल में फंस गए और मीटिंग को रूकवाने की कोशिश करने लगे। उन्हें समझना चाहिए जो कुछ हो रहा है वो किसी पार्टी के लिए नहीं बल्कि मुल्क के लिए हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि भारत की तमाम कोशिशों के बावजूद ये बैठक हो रही है और बहुत अच्छे से हो रही है। इसके अलावा, शाह महमूद कुरैशी ने मुस्लिम देशों से एकजुट होने की अपील की। उन्होंने कहा, यदि हम बंटे रहे तो दो अरब मुसलमान मायूस रहेंगे, लेकिन यदि हम एकजुट रहे तो 15 मार्च को इस्लामोफोबिया-डे जैसी तमाम सफलताएं मिलेंगी।
आपको बता दें कि इस बैठक में शामिल होने के लिए सर्वदलीय हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन को आमंत्रित करने को लेकर भारत ने कड़ा रुख अपनाया था। भारत सरकार ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि वो इस तरह की गतिविधियों को बहुत गंभीरता से लेती है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि हम ओआईसी से उम्मीद करते हैं कि भारत-विरोधी गतिविधियों और आतंकवाद में शामिल रहने वालों को बढ़ावा नहीं दिया जाए। भारत ऐसी कार्रवाइयों को बहुत गंभीरता से लेता है जिसका मकसद देश की एकता को नुकसान करना और इसकी संप्रभुता व क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन करना है।