सत्ता में वापसी के लिए बौखलाए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान इन दिनों नई सरकार पर जमकर निशाना साध रहे हैं। इसके साथ ही जनता को गुमराह करने के लिए जमक रैलियां कर रहे हैं। इमरान खान अपनी सरकार गिरने के पीछे विदेशी ताकतों का हाथ बताते हैं। उनका कहना है कि, पाकिस्तान की नई सरकार अमेरिका की गुलाम है और मुझे सत्ता से बाहर करने के लिए व्हाइट हाउसे से साजिश रची गई थी। हाल ही में उन्होंने सियालकोट में एक रौली में कहा था कि उनकी जान को खतरा है। उनकी हत्या करने के लिए बड़ी साजिश रची जा रही और जो लोग इसमें शामिल हैं उनसे जुड़ा एक वीडियो है और उन्हें जैसे ही आशंका हुआ तो वो इसे जारी कर देंगे। अब उनका यही फोन खो गया है।
इमरान खान का एक नहीं बल्कि, दो फोन चोरी हुआ है। वहीं, इन फोन के चोरी होने की टाइमिंग पर सवाल उठ रहे हैं। दरअसल पाकिस्तान के शीर्ष सत्तारूढ़ दल की नेता, मरियम नवाज ने इमरान खान से उनकी कथित हत्या की साजिश के सबूत मांगे थे। इसके बाद अब इमरान खान के एक सहयोगी ने कहा कि पूर्व पीएम के दो सेलफोन, जिसमें वीडियो रिकॉर्डिंग और कथित तौर पर उन्हें मारने की साजिश करने वाले सभी व्यक्तियों के नाम थे वे चोरी हो गए हैं। खान के प्रवक्ता शहबाज गिल ने ट्वीट करते हुए कहा कि, खान शनिवार को सियालकोट में रैली को संबोधित करने के लिए गए थे, तभी सियालकोट हवाई अड्डे पर उनके फोन चोरी हो गए।
पूर्व प्रधानमंत्री ने रैली में अपने समर्थकों से कहा कि उनकी जान को खतरा है और उन्होंने सभी षड्यंत्रकारियों का नाम उजागर करते हुए एक वीडियो रिकॉर्ड किया है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी (खान की) हत्या हुई, तो इस स्थिति में इस वीडियो को जारी किया जाएगा। गिल ने कहा कि एक तरफ तो इमरान खान को जानबूझ कर कोई सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई और दूसरी तरफ उनके दो फोन चोरी हो गए। पूर्व सलाहकार ने किसी का नाम लिए बिना कहा, आप पूरी तरह से भ्रमित हैं, क्योंकि खान ने जो वीडियो रिकॉर्ड किए हैं, वे इन फोन में नहीं हैं।