Pakistan Flood Relief: शायद ही कोई ऐसा मौका हो जब पाकिस्तान दुनिया के सामने न रोता हो। कभी कश्मीर को लेकर रोता है तो कभी अपने देश में आए आपदा को लेकर। इस वक्त पाकिस्तान कंगाली की हाल में है। अर्थव्यवस्था पूरी तरह से डूबती जा रही है। हालांकि, आधा से ज्यादा मुल्क भी पानी में डूबा हुआ है। पाकिस्तान में बाढ़ के चलते भारी नुकसान हुआ है। लाखों लोग बेघर हो गए हैं। ऐसे में पाकिस्तान अब दुनिया के सामने अपना दुखड़ा रो-रो कर सुना रहा है। पाकिस्तान का चंदा मांगने (Pakistan Flood Relief) वाला प्लान कामयाब हो गया है। उसे बाढ़ पीड़ित देश के नाम पर सिर्फ अमेरिका नहीं बल्कि कई सारे देश मदद कर रहे हैं। अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बाद अब जर्मनी ने 80 करोड़ रुपये की मदद का ऐलान किया है। यह पैसा पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के जर्मनी दौरे पर मिला है। इस पैसे को पाने से गदगद बिलावल भुट्टो ने मौका देखकर कश्मीर राग भी अलाप लिया। उन्होंने जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बारबॉक को साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में असहज करते हुए कश्मीर को लेकर जमकर जहर उगला। जर्मनी ने भी मौका देखकर पाकिस्तान को प्राकृतिक आपदा पीड़ित (Pakistan Flood Relief) देश बताकर संवेदना व्यक्त की। पाकिस्तान में भारी बारिश के बाद आए सैलाब में करीब 1700 लोगों की मौत हो गई तथा 20 लाख घर क्षतिग्रस्त हुए हैं।
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जर्मनी में रोये बिलावल भुट्टो
जर्मनी में पहुंच विदेश मंत्री बिलावल भुट्टोजमकर रोना शरू किया। पाकिस्तान को फसलों, सड़कों, पशुओं, पुलों, घरों, स्कूलों और चिकित्सा सुविधाओं के बह जाने से सरकार के अनुमानों को 30 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। जर्मनी के विदेश मंत्री एनालेना बारबॉक ने विनाशकारी बाढ़ से पीड़ित परिवारों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए कहा कि पाकिस्तान जलवायु परिवर्तन से सबसे अधिक प्रभावित देश है।
एशियाई विकास बैंक और यूरोपीय यूनियन भी देंगे पैसा
जर्मनी के पहले एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने इस सप्ताह की शुरुआत में 2.3 बिलियन डॉलर की बाढ़-राहत सहायता प्रदान करने की घोषणा की थी। यूरोपीय संघ (ईयू) ने भी अपनी बाढ़ सहायता को बढ़ाकर 30 मिलियन यूरो (6.7 बिलियन पाकिस्तानी रुपये) कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान के लिए अपनी मानवीय सहायता अपील को 160 मिलियन डॉलर से पांच गुना बढ़ाकर 816 मिलियन डॉलर कर दिया है।
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अमेरिका मेहरबान
अमेरिका तो पाकिस्तान पर मेहरबान ही हो गया है। अमेरिका ने हाल में ही चार साल से खाली पड़े राजदूत के पद पर डोनाल्ड ब्लोम को नियुक्त किया है। पाकिस्तान के साथ अपने रिश्ते सुधार रहा है। बाढ़ राहत के तौर पर अमेरिका ने 66 मिलियन डॉलर की भारी-भरकम मदद भी की है। अमेरिका के इशारे पर कई देशों और संयुक्त राष्ट्र की विभिन्न एजेंसियों ने बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए राहत सामग्री भी भेजी है। इन राहत सामग्रियों को लेकर अब तक 131 विमान पाकिस्तान पहुंच चुके हैं, लेकिन बड़ी संख्या में लोगों ने शिकायत की है कि या तो उन्हें बहुत कम सहायता मिली है या फिर वे अब भी मदद का इंतजार कर रहे हैं।