Hindi News

indianarrative

कर्ज के दलदल में गले तक फंसा Pakistan की फिर मुसीबत बढ़ी,विदेशी मुद्रा भंडार खाली

पाकिस्तान को नहीं मिल रहा लोन

पाकिस्तान (Pakistan) इस वक्त अपनी बर्बादी की तरफ काफी तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है। लोगों के पास दो वक्त की रोटी खाने के लिए आटा तक नहीं है और आटा खरीदने के लिए लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं लेकिन तब भी कई लोगों को यह नहीं मिल पा रहा है। सब्जियों से लेकर तमाम खाद्य पदार्थों के दाम आसमान छू रहे हैं और कमरतोड़ महंगाई ने पाकिस्तान की जनता को परेशान कर रखा है। ऐसे में आर्थिक संकट से बुरी तरह जूझ रहे पाकिस्तान के लिए अब एक और चिंताजनक खबर आई है। पाकिस्तान को अगले 12 महीने में 22 अरब डॉलर से ज्यादा का विदेशी कर्ज लौटाना है। विदेशी मुद्रा भंडार की कमी से जूझ रहा पाकिस्तान हर हाल में आईएमएफ से लोन मिलने की उम्मीद में है। देश को जितना ऋण लौटाना है, वह आने वाले दिनों में होने वाली कमाई के अनुमान से बहुत ज्यादा है। अब पता चला की पाकिस्तान को एक साल में कुल 21.95 अरब डॉलर वापस लौटाना है। इस राशि में 19.34 अरब डॉलर मूलधन है और इस पर 2.60 अरब का ब्याज है।

दरअसल, पाकिस्तानी न्यूज आउटलेट द एक्स्प्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक अगले एक महीने में ही मुल्क को 3.95 अरब डॉलर का कर्ज वापस करना है। अगले तीन महीने में 4.63 अरब डॉलर और आखिरी आठ महीने में 13.37 अरब डॉलर वापस लौटाने हैं। पाक-कुवैत इन्वेस्टमेंट कंपनी (PKIC) के हेड ऑफ रीसर्च के समीउल्लाह तारिक का कहना है कि, ‘पाकिस्तान एक असाधारण वित्तीय संकट से गुजर रहा है।

ये भी पढ़े: पूरी तरह कंगाल हुआ पाकिस्‍तान! खाने की किल्लत के बाद अब IMF लोन का सपना भी अटका

खर्च पर लगाए लगाम

समीउल्लाह तारिक ने आगे कहा कि देश को अपने मौजूदा वित्तीय संकट से बाहर निकलने के लिए विदेशी खर्च को कम करने और आय को बढ़ाने पर काम करना चाहिए। पाकिस्तान को इस समय सावधानीपूर्वक विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने के लिए काम करना चाहिए। देश को प्रवासी पाकिस्तानी को विश्वास में लेना होगा।

पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार हुआ कम

वैसे तो पाकिस्तान को अरबों रुपए का कर्ज लौटाना।लेकिन कंगाली के दौर से गुजर रहे मुल्क के पास महज 3.1 अरब डॉलर का ही विदेशी मुद्रा भंडार बचा है। इससे सिर्फ 3 हफ्ते का ही आयात किया जा सकता है। पाकिस्तान का स्टेट बैंक विदेशी कंपनियों को पेमेंट नहीं कर रहा। इस कारण जरूरी सामानों से भरे कंटेनर बंदरगाहों पर ही पड़े हैं।