यह दुनिया जानती है कि पाकिस्तान आतंकियों को पाल पोस कर बड़ा करता है। पाकिस्तान आतंकवादियों के छुपने के लिए सबसे सुरक्षित देश है। दुनिया के जितने भी खुंखार आतंकवादी हैं वो लगभग यहीं मिल जाएंगा। मसूद अज़हर 'जैश-ए-मोहम्मद' आतंकी संगठन का संस्थापक और प्रमुख है। हाफिज़ मुहम्मद सईद- ये आतंकी लश्कर-ए-तैय्यबा आतंकवादी संगठन का संस्थापक रहा है। पाकिस्तान की आईएसआई इनको सारी सुविधाएं देती है। बदले में भारत में हमला कर अस्थिरता पैदा करना इनका काम होता है। इसके अलावा भी हजारों आतंकी संगठन पाकिस्तान में है। लेकिन, अब यही आतंकी पाकिस्तान के लिए सिरदर्द बनते जा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मुल्क में आतंकी हमले तेज हो गए हैं। इस बार आतंकियों ने खैबर पख्तूनख्वा में पाकिस्तान की फौज के ऊपर हमला बोला है। जिसमें पाकिस्तानी सेना के 8 सैनिक मारे गए हैं।
पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट की माने तो, पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तरी वजीरिस्तान जिले में 14 अप्रैल को दो आतंकी हमलों में आठ पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गई है। पाकिस्तान सेना की मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के मुताबिक पहला हमला उत्तरी वजीरिस्तान के दाताखेल शहर में हुआ जब आतंकवादियों ने एक चलती सैन्य वाहन पर घात लगाकर हमला किया। आतंकियों ने हमले में असॉल्ट गन और रॉकेट से दागे गए ग्रेनेड का इस्तेमाल किया। मारे गए सैनिकों के बॉडी को सैन्य हेलीकॉप्टर से उत्तरी वजीरिस्तान के प्रशासनिक मुख्यालय मिरामशाह ले जाया गया।
पाक सेना ने बताया है कि सशस्त्र बलों और विद्रोहियों के बीच दूसरा हमला उत्तरी वजीरिस्तान जिले के ईशाम क्षेत्र में हुआ जहां मियांवाली सिपाही, अस्मतुल्ला खान एक फायर एक्सचेंज में मारे गए। बता दें कि, इसी साल यानी 2022 के पहले महीने से मार्च तक के बीच में आतंकी हमलों में पाकिस्तान के 97 सैनिकों और 8 सैन्य अधिकारियों की मौत हो चुकी है। यानी पाकिस्तान में आतंकी हमले तेज हो गए हैं।