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आतंकी Yasin Malik के नाम पर नहीं रुक रही Pakistan की राजनीति, फिर भागते हुए UN के पास पहुंचे भुट्टों, कहा- बचा लो नहीं तो जेल में ही…

आतंकी यासीन मलिक को लेकर पाकिस्तान ने फिर संयुक्त राष्ट्र को लिखी चिट्ठी

ये वो पाकिस्तान है जिसने एक समय में जम्मू कश्मीर में जमकर खून की नदियां बहाई। कश्मीर पंडितों को ही उनके घरों से बाहर कर दिया गया और पूरे घाटी में जेहाद का कब्जा हो गया। घाटी में जेहाद फैलान में सबसे बड़ा हाथ पाकिस्तान का रहा और उसे साथ दिया घाटी के ही कुछ लोगों ने। जिनपर जम्मू-कश्मीर के लोगों ने भरोसा कर अपना नेता चुना। कुछ नेताओं ने घाटी के लोगों को धोखा देते हुए जमकर कश्मीर में आंतक फैलाया। जिसमें से एक है अलगाववादी नेता यासीन मिलक जिसने स्वीकार कर लिया है कि वो आतंकियों के साथ मिला था। लेकिन, इसके बाद भी पाकिस्तान इसी आतंकी को बचाने पर लगा हुआ है। पाकिस्तान लगातार यूनाइटेड नेशन को पत्र लिख अपना दुखड़ा गा रहा है। इससे साफ जाहिर हो जाता है पाकिस्तान आतंकियों को फुल सपोर्ट करता है। अब एक बार फिर से विदेश मंत्री बिलावल भुट्टों ने यूएन को लेट लिखा है।

बिलावल भुट्टो-जरदारी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को यासीन मलिक को बचाने के लइए पत्र लिखा है। पत्र में जरदारी ने लिखा है कि, यासीन बीमार है और उसके साथ भारतीय जेलों में क्रूर व्यवहार किया गया। दरअसल, पाकिस्तान को डर है कि यासीन मलिक पाकिस्तान का काला चिट्ठा न खोल दे। पाकिस्तान इसे मनगढ़त बता रहा है। जरदारी ने कहा है कि, यासीन मलिक के खिलाफ निष्पक्ष सुनवाई से इनकार करके, उसे मनमाने ढंग से हिरासत में लेना और 2019से जेल में उसके साथ अमानवीय व्यवहार करना, भारत अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून, विशेष रूप से मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा और नागरिक और अंतर्राष्ट्रीय वाचा का उल्लंघन है। इतना ही नहीं जरदारी ने तो यासीन के हत्या की भी बात कह दी है। जरदारी ने संयुक्त राष्ट्र को लिखे लेटर में मांग की है कि आतंकी यासीन मलिक की तत्काल रिहाई की जाए।

गौतलब हो कि, जम्मू-कश्मीर के प्रतिबंधित संगठन जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के प्रमुख यासीन मलिक को NIA कोर्ट ने टेरर फंडिंग मामले में दोषी ठहराया। मलिक ने भी अपना गुनाह कुबूल कर लिया है, लेकिन इसके बाद भी पाकिस्तान को ये हजम नहीं हो रहा है। दरअसल, यासीन और इसी की तरह कुछ और नेताओं के इस्तेमाल से पाकिस्तान घाटी में आतंकवाद को फैलाता था। ऐसे में यह पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका है और जैसे ही मलिक को दोषी ठहराए गया पाकिस्तान पूरी तरह बौखला गया है। वह दुनिया के सामने यासीन को सियासी कैदी बता रहा है। यहां तक कि पाकिस्तान के खुद प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ भी इसपर बयान दे चुके हैं।