पाकिस्तान में इस वक्त सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। सियासी घमासान अपने चरम पर है। इमरान खान अपनी सरकार बचाने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट की ओर से इमरान खान को बड़ा झटका लगा है। क्योंकि, सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। दरअसल, यह सुनवाई डिप्टी स्पीकर के उस आदेश के खिलाफ दायर याचिका पर हो रही है, जिसमें इमरान सरकार के खिलाफ आए अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया। इस मामले पर कोर्ट ने कहा कि, अगर चुनाव हुआ तो इसके लिए अरबों रुपयों की जरूरत पड़ेगी।
आगे बढ़ने से पहले यह बताते चलें कि, पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट में सुनावई से पहले ही सुरक्षा को बढ़ा दिया गया था और कोर्ट में कमांडोज की भी भारी तैनाती की गई थी। पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, यहां श्रीलंका जैसे हालात न हो इसके लिए एक मजबूत सरकार की जरूरत है। साथ ही यह भी कहा कि, अगर चुनाव हुआ तो इसके लिए अरबों रुपयों की जरूरत पड़ेगी। कोर्ट के फैसले को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि, यह फैसला इमरान खान के खिलाफ जाता दिखाई दे रहा है। इमरान खान के मंत्री फवाद चौधरी का खुद कहना है कि, अगर यह फैसला इमरान खान के खिलाफ जाता है तो विदेशी ताकतों के मंसूबे और भी मजबूत होंगे।
बता दें कि, सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान को जमकर फटकार भी लगाई है। इसके साथ ही चीफ जस्टिस ने, डिप्टी स्पीकर की रूलिंग को गलत बताया है। जिसपर अब कहा जा रहा है कि, पाकिस्तान की संसद एक बार फिर से बहाल हो सकती है। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के कार्यवाहक पीएम इमरान खान को फटकार लगाई है. चीफ जस्टिन ने कहा कि, मौजूदा संकट में आपने 90 दिनों के लिए देश को बेसहारा छोड़ दिया है।
उधर विपक्षी दलों के संगठन पीडीएम के चीफ मौलाना फजल-उर-रहमान ने बुधवार रात साफ कर दिया है कि गठबंधन अब कोर्ट के अलावा सड़कों पर भी इमरान खान का मुकाबला करेगा। वहीं, कोर्ट में स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के वकील नईम बुखारी ने भी दलील दी। उन्होंने कहा कि संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाने को मंजूरी मिलने का मतलब यह नहीं कि इसे खारिज नहीं किया जा सकता।