पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की कुर्सी कभी भी जा सकती है। इस वक्त देश की राजनीति में भूचाल आया हुआ है और इस भूचाल में इमरान खान विपक्ष के साथ-साथ आर्मी की भी मार झेल रहे हैं। पाकिस्तान आर्मी के जनरल कमर जावेज बाजवा ने इमरान खान को आखिली अल्टीमेटम देते हुए इस्तीफा देने के लिए कहा है। ऐसे में अब माना जा रहा है कि बहुत जल्द ही इमरान खान को सत्ता से बाहर कर दिया जाएगा।
इस बीच पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री के नाम की भी घोषणा कर दी गई है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग (PML-N) ने पार्टी की तरफ से शहबाज शरीफ का नाम पीएम उम्मीदवार के रूप में घोषित कर दिया है। इधर इमरान खान को चुनाव आयोग से भी बड़ा झटका लगा है। चुनाव आयोग ने उन पर बगैर इजाजत के जनसभा करने के आरोप में जुर्माना ठोका है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने कल सोमवार को ऐलान किया कि इमरान खान अगर बहुमत नहीं साबित कर पाते और सरकार गिर जाती है तो पीएमएल-एन के नेता शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री पद के लिए पार्टी की ओर से उम्मीदवार होंगे। इस्लामाबाद हाईकोर्ट के बाहर मरियम शरीफ ने कहा कि विपक्ष प्रधानमंत्री पद के लिए अगले उम्मीदवार की नियुक्ति पर बैठकर फैसला करेगा, लेकिन पीएमएल-एन शहबाज शरीफ को पीएम के लिए नामित करेगा।
वहीं, इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए नेशनल असेंबली की बैठक शुक्रवार 25 मार्च को बुलाई गई है। मुस्लिम लीग-नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के करीब 100 सांसदों ने महीने की शुरुआत में नेशनल असेंबली सचिवालय को अविश्वास प्रस्ताव दिया था। नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर ने प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर विचार करने के लिए 25 मार्च (शुक्रवार) को सदन का सत्र बुलाने की रविवार को घोषणा की थी। अब विपक्ष इमरान खान के खिलाफ एकजुट हो चुका है। 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में अगर खान के खिलाफ 172 वोट पड़ते हैं तो उन्हें हर हाल में इस्तीफा देना होगा।
वहीं, हाल ही में जनरल कमर जावेज बाजवा के नेतृत्व में पाकिस्तानी सेना के शीर्ष अधिकारियों ने कथित तौर पर इस महीने होने वाली इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के सम्मेलन के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान से इस्तीफा देने के लिए कहा है। वहीं, पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) ने चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन कर जनसभा को संबोधित करने के आरोप में प्रधानमंत्री इमरान खान समेत कुल 6 नेताओं पर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। इनमें एक मुख्यमंत्री भी शामिल हैं।