पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था लगातार गिरती जा रही है, इसे रोक पाना फिलहाल नई सरकार के बस में नहीं है। तमाम कोशिशों के बाद भी शाहबाज शरीफ की सराकर इसे रोक पाने में विफल हो रही है। इस वक्त मुल्क में महंगाई अपने चरम पर है। कई चीजों के दामों में भारी वृद्धि हो गई है। खाने-पीने के सामान से लेकर हर चीजों के दाम रिकॉर्ड हाई पर हैं। पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। देश में बिजली संकट का खतरा अब भी खत्म नहीं हुआ है। इसके साथ ही पाकिस्तान रुपया भी तेजी से नीचे गिर रहा है। ऐसे में अब शाहबाज शरीफ सरकार ने 'आपात आर्थिक योजना' लागू कर दी है। इसके तहत 38 गैर जरूरी व लग्जरी वस्तुओं के आयात पर पाबंदी लगा दी गई है।
शहबाज सरकार ने यह कदम डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रूपये के मूल्य में आई रिकॉर्ड गिरावट के बीच लिया है। पाकिस्तान का भी विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से कम हो रहा है, इसलिए वह नहीं चाहता है कि देश में गैर जरूरी सामान के आयात पर विदेशी मुद्रा खर्च की जाए। पीएम शहबाज शरीफ ने ट्वीट कर कहा कि सरकार के इस निर्णय से बेशकीमती विदेशी मुद्रा बचाई जा सकेगी। हम कठोरता बरतेंगे। आर्थिक रूप से सक्षम लोगों को इसमें अगुआई करना चाहिए ताकि देश के वंचितों लोगों को पूर्ववर्ती पीटीआई सरकार द्वारा उन पर डाला गया यह बोझ न उठाना पड़े।
बता दें कि, पाकिस्तानी रुपया का इस वक्त बुरी स्थिति है। बुधवार को अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गया है। पाकिस्तान की इतिहास में पहली बार अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया बुरी तरह लुढ़क गया है। पाक विदेश मुद्रा बाजार में एक डॉलर का दाम 200 पाकिस्तानी रुपये हो गया है। पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने गुरुवार को इस्लामाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अनावश्यक आयात पर पाबंदी का एलान किया। मरियम ने कहा कि पीएम शरीफ देश की अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए रातदिन जुटे हुए हैं। इसीलिए गैर जरूरी सामान के आयात पर भी रोक लगाई गई है। इन लग्जरी सामान का उपयोग आम जनता नहीं करती है। हमारी सरकार अब निर्यात पर जोर दे रही है।