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अपनी औकात दिखा रहा आतंकियों का आका! आतंकी Yasin Malik को सजा मिलते ही बौखला उठा Pakistan- देखें क्या कहा?

Pakistan के पालतू को सजा मिलते ही बौखला उठी शाहबाज सरकार

पाकिस्तान दुनिया का वो देश है जिनसे आतंक को जन्म दिया है। जो आतंक को पाल पोश कर बड़ा करता है और फिर भारत के खिलाफ इन्हें इस्तेमाल करता है। दुनिया के जितने भी खुंखार आतंकी हैं सब यहीं पाकिस्तान की सड़कों पर खुलेआम मिल जाएंगे। पाकिस्तान आतंकियों को पालता ही सिर्फ भारत में हमला करने के लिए। जम्मू-कश्मीर में जो पिछले समय तक हाल रहा है वो पाकिस्तान की ही देन है। यहां से कश्मीरी पंडितों को रातों-रात कत्लेआम मचा कर जेहाद हो लाकर खड़ा कर दिया। पिछले कुछ दशकों से जम्मू-कश्मीर के लोगों को भड़काया गया है उनका इस्तेमाल किया गया है। उन्हें गुमराह किया गया है। उनके हाथों में किताब की जगह बंदूके था दी गई। इन सब कृत्यों में पाकिस्तान को साथ दिया कुछ कश्मीरी अलगाववादी नेताओं ने जिनके जुबान पर पाकिस्तान प्रेम देखने को मिलता रहा है। इन्हीं में से एक है यासीन मलिक जिसे भारत सरकार ने सजा दी तो उसका आका पाकिस्तान बौखला उठा।

यासीन मलिक ने तो खुद ही कबूल लिया कि वो पाकिस्तान के आतंकियों के साथ संपर्क में था और घाटी में कई बार दहशत फैलाया। दरअसल, पाकिस्तान के पालतू कश्मीरी आतंकी यासीन मलिक को आतंकी फंडिंग मामले मेँ NIA की अदालत में दोषी पाए जाने के बाद पाकिस्तान की नई शहबाज शरीफ सरकार को आग लग गई है। पाकिस्तान ने इसपर भारतीय उच्चायोग के प्रभारी को तलब करके कूटनीतिक आपत्ति जताई है।

आगे बढ़ने से पहले यह बताते चलें कि, NIA कोर्ट ने यासीन मिलक को टेरर फंडिंग मामले में दोषी पाया है। उसे इस मामले में कितनी सजा मिलेगी इसपर फैसला 25मई को होगा। यासीन मलिक यह कबूल कर चुका है कि, वह कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में शामिल था। इसी महीने खबरें आई थीं कि यासीन मलिक ने मान लिया है कि वो आतंकी गतिविधियों में शामिल था, उसने आपराधिक साजिशें भी रची थीं और उस पर लगीं देशद्रोह की धारा भी सही हैं। यासीन पर जो UAPA के तहत धाराएं लगी हैं, उसे भी उसने स्वीकार कर लिया था।

पटियाला हाउस स्थित विशेष न्यायाधीश प्रवीण सिंह की अदालत ने एनआईए अधिकारियों को जुर्माना की राशि निर्धारित करने के लिए मलिक की वित्तीय स्थिति का आकलन करने और सजा पर बहस के लिए मामले को 25मई तक के लिए स्थगित करने के निर्देश दिए। मलिक ने अदालत से कहा था कि वह उसके खिलाफ लगाए गए आरोपों का सामना नहीं करना चाहता। जिसमें यूएपीए की धारा 16 (आतंकवादी अधिनियम), 17 (आतंकवादी अधिनियम के लिए धन जुटाना), 18 (आतंकवादी कृत्य करने की साजिश) और 20 (आतंकवादी गिरोह या संगठन का सदस्य होना) और धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) एवं आईपीसी की धारा 124-ए (देशद्रोह) शामिल हैं।

अपने पालतू के लिए पाकिस्तान ने क्या कहा

पाकिस्‍तान ने यासिन मलिक को लेकर भारत के खिलाफ कई जहरीले बयान दिए। पाकिस्‍तान ने दावा किया कि यासिन मलिक के खिलाफ लगाए गए आरोप मनगढंत हैं। पाकिस्‍तान ने आरोप लगाया कि भारत कश्‍मीरी नेताओं की आवाज को दबाने का प्रयास कर रहा है। पाकिस्‍तान ने दावा किया कि यासिन मलिक का जेल में स्‍वास्‍थ्‍य खराब है और उसे इलाज नहीं दिया जा रहा है। पाकिस्तान को दाउद, हाफिज पर ध्यान देना चाहिए। अभी तो पाकिस्तान की नई सरकार यह कह रही थी कि वो आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। लेकिन, जब बात अमल करने की आती है तो पाकिस्तान पीछे दुबक कर मिमियाने लगता है।

पाकिस्‍तान ने यासिन मलिक को 'राजनीतिक कैदी' बताया और रिहा किए जाने की मांग की। पाकिस्‍तानी विदेश मंत्रालय ने भारत से मांग की कि यासिन मलिक के खिलाफ लगाए गए आरोपों को वापस लिया जाए। पाकिस्‍तान ने अंतरराष्‍ट्रीय समुदाय, संयुक्‍त राष्‍ट्र और मानवाधिकार संगठनों से मांग की कि वे यासिन मलिक के साथ व्‍यवहार को लेकर भारत के खिलाफ ऐक्‍शन लें।