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जो देश पाकिस्तान को कर रहा बर्बाद उसके तलवे चाटने जाएंगे शाहबाज शरीफ!

Pak PM Sharif To Visit China Next Week

China Pakistan Relations: चीन और पाकिस्तान की हर चाल भारत के खिलाफ होती है। दोनों सिर्फ इसलिए साथ हैं ताकि भारत में अशांति फैला सकें। वरना आपको लगता है कि, चीन और पाकिस्तान (China Pakistan Relations) का कोई मेल है। वो चीन जो अपने सभी पड़ोसी देशों की जमीने हड़पने पर लगा हुआ है वो पाकिस्तान में ही इतनी दिलचस्पी क्यों दिखा रहा है। सिर्फ इसलिए क्योंकि, भारत के खिलाफ उसका साथ देने में पाकिस्तान कोई कसर नहीं छोड़ेगा। चीन आने वाले दिनों में पाकिस्तान (China Pakistan Relations) की गर्दन यानी की उसके अर्थव्यवस्था की चाभी अपने हाथों में ले लेगा। पाकिस्तान को अच्छे से पता है कि चीन उसे अपने कर्ज तले दबा रहा है। लेकिन, इसके बाद भी वो ड्रैगन संग रिश्ते मजबूत करने पर लगा हुआ है। अब तो ड्रैगन के तलवे चाटने के लिए के शाहबाज शरीफ अपनी दो दिवसीय यात्रा पर जाएंगा जहां वो राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे।

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कर्ज में डूबे पाकिस्तान को चीन से सहारे की उम्मीद
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय का कहना है कि, चीन यात्रा के दौरान शरीफ रणनीतिक सहयोग साझेदारी की समीक्षा करेंगे और क्षेत्रीय तथा वैश्विक विकास पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। शरीफ की चीन यात्रा ऐसे समय हो रही है जब नकदी की तंगी से जूझ रहा पाकिस्तान कर्ज के भुगतान और व्यापार घाटे को कम करने के लिए जी-तोड़ कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान पर पेरिस क्लब देशों का संयुक्त रूप से लगभग 10.7 अरब अमेरिकी डॉलर का बकाया है। पेरिस क्लब प्रमुख कर्ज देने वाले देशों के अधिकारियों का एक समूह है जिसकी भूमिका कर्ज लेने वाले देशों द्वारा अनुभव की जाने वाली भुगतान कठिनाइयों के समन्वित और स्थायी समाधान खोजने की है।

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शरीफ के भुट्टो भी जाएंगे चीन के तलवे चाटने
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ एक और दो नवंबर को चीन के दौरे पर रहेंगे। उनके साथ विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी भी चीन के तलवे चाटने जाएंगे। इसके अलावा, शरीफ राष्ट्रपति शी से मुलाकात करेंगे और प्रधानमंत्री ली के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे। बयान में कहा गया, दोनों पक्ष रणनीतिक सहयोग साझेदारी की समीक्षा करेंगे और क्षेत्रीय एवं वैश्विक घटनाक्रम पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। अप्रैल 2022 में प्रधानमंत्री का पदभार ग्रहण करने के बाद से शरीफ की यह पहली चीन यात्रा होगी और यह 22वें शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन से इतर 16 सितंबर को उज्बेकिस्तान में शी के साथ उनकी बैठक के बाद हो रही है।