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PM Modi की ऑस्ट्रेलियाई व्यापार जगत के नेताओं को दावत: खनन और खनिज क्षेत्र में भारत का भागीदार बनने का आह्वान

प्रधानमंत्री ने खनन और खनिज क्षेत्र में प्रौद्योगिकी, निवेश और कौशल में भारत के साथ साझेदारी करने के लिए ऑस्ट्रेलियाई व्यापार जगत के नेताओं को किया आमंत्रित (फ़ोटो: सौजन्य: पीआईबी)

ऑस्ट्रेलिया के तीन दिवसीय दौरे पर आये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को हैनकॉक प्रॉस्पेक्टिंग के कार्यकारी अध्यक्ष जीना राइनहार्ट के साथ बातचीत की।

जॉर्जीना होप राइनहार्ट एक ऑस्ट्रेलियाई अरबपति खनन व्यवसायी और व्यवसायी हैं। राइनहार्ट हैनकॉक प्रॉस्पेक्टिंग के कार्यकारी अध्यक्ष हैं, जो उनके पिता लैंग हैनकॉक द्वारा स्थापित एक निजी स्वामित्व वाली खनिज अन्वेषण और निष्कर्षण कंपनी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, “खनन और खनिज क्षेत्र में भारत-ऑस्ट्रेलिया सहयोग को बढ़ावा देने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने सिडनी में हैनकॉक प्रॉस्पेक्टिंग ग्रुप, रॉय हिल और एस किडमैन एंड कंपनी के कार्यकारी अध्यक्ष जॉर्जीना होप राइनहार्ट के साथ बैठक की।”

अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने सिडनी में अन्य मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से मुलाक़ात की।

इससे पहले पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलिया स्थित हरित ऊर्जा और प्रौद्योगिकी फ़र्म फ़ोर्टेस्क्यू फ़्यूचर इंडस्ट्रीज़ के कार्यकारी अध्यक्ष से मुलाक़ात की।

जॉन एंड्रयू हेनरी फ़ॉरेस्ट एओ एक ऑस्ट्रेलियाई व्यापारी हैं,इन्हें ट्विगी नाम से भी जाना जाता है। उन्हें फोर्टेस्क्यू मेटल्स ग्रुप (एफएमजी) के पूर्व सीईओ (और वर्तमान गैर-कार्यकारी अध्यक्ष) के रूप में जाना जाता है और खनन उद्योग और मवेशी स्टेशनों में उनकी अन्य रुचियां हैं। फाइनेंशियल रिव्यू के अनुसार, 2008 में फॉरेस्ट ऑस्ट्रेलिया के सबसे अमीर व्यक्ति थे।

प्रधानमंत्री ने सिडनी में ऑस्ट्रेलियन सुपर के सीईओ पॉल श्रोडर से भी मुलाक़ात की।

उन्हें 1 अक्टूबर, 2021 को ऑस्ट्रेलियन सुपर का मुख्य कार्यकारी नियुक्त किया गया था और वह फ़ंड के नेतृत्व और रणनीतिक विकास के साथ-साथ बोर्ड को सलाह देने के प्रावधान के लिए भी ज़िम्मेदार हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पापुआ न्यू गिनी की अपनी यात्रा के समापन के बाद तीन देशों की अपनी यात्रा के तीसरे और अंतिम चरण के हिस्से के रूप में सिडनी पहुंचे हैं।

पीएम मोदी के सिडनी पहुंचने पर भारत में ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त बैरी ओ’फारेल और अन्य अधिकारियों ने उनका स्वागत किया।

अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष एंथनी अल्बनीस के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे।

ऑस्ट्रेलियाई सरकार द्वारा जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि अपनी द्विपक्षीय बैठक में दोनों नेता व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते के माध्यम से दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के प्रयासों सहित व्यापार और निवेश पर चर्चा करेंगे और लोगों से लोगों के बीच संपर्क, नवीकरणीय ऊर्जा और रक्षा और सुरक्षा सहयोग को मज़बूत करने के लिए काम करेंगे।

भारतीय प्रवासियों के सदस्यों ने भी पीएम मोदी का स्वागत किया। उन्होंने “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम” के नारे लगाये।

इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री हमारे बहुसांस्कृतिक समुदाय के एक प्रमुख अंग, ऑस्ट्रेलिया के गतिशील और विविध भारतीय प्रवासी का जश्न मनाने के लिए सिडनी में एक सामुदायिक कार्यक्रम में भाग लेंगे।

इस बीच ऑस्ट्रेलियाई पीएम अल्बनीस ने कहा कि वह आर्थिक सहयोग के लिए दुनिया के प्रमुख मंच G-20 लीडर्स समिट के लिए सितंबर में नई दिल्ली में भारत आने के लिए उत्सुक हैं।

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच संबंधों का वर्णन करते हुए  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास के उच्च स्तर ने समय के साथ विशेष रूप से रक्षा और सुरक्षा मामलों पर स्वाभाविक रूप से अधिक सहयोग पर काम किया है।

‘द ऑस्ट्रेलियन’ अख़बार के साथ एक विशेष साक्षात्कार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह ऑस्ट्रेलिया के साथ संबंधों को “अगले स्तर” पर ले जाना चाहते हैं, जो एक “खुले और मुक्त” हिंद- प्रशांत के निर्माण का समर्थन करने के लिए गहरे रक्षा संबंधों की आवश्यकता होगी।

उन्होंने कहा, “भारत का मानना है कि इन चुनौतियों का समाधान केवल साझा प्रयासों से ही किया जा सकता है।”