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Zelenskyy की ताकत बनने आ रहे इन तीन देशों के नेता, रूस के खिलाफ तय करेंगे युद्ध की रणनीति

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यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने नाटो की सदस्यता को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन को मान लेना चाहिए कि वह नाटो का हिस्सा नहीं बन सकता। जेलेंस्की का कहना है कि देश को पता है कि वह उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल नहीं हो सकता। ब्रिटेन के नेतृत्व वाले संयुक्त अभियान बल (जेईएफ) के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि हमने नाटो के कथित रूप से खुले दरवाजे के बारे में सालों से सुना है, लेकिन हम पहले ही सुन चुके हैं कि हम इसमें शामिल नहीं हो पाएंगे।'

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उन्होंने कहा- 'मुझे खुशी है कि हमारे लोग इसे महसूस करना शुरू कर रहे हैं और खुद पर और हमारे सहयोगियों पर भरोसा कर रहे हैं जो हमारी मदद कर रहे हैं।' रूसी सेना के यूक्रेन की राजधानी कीव के पास पहुंचने पर पोलैंड, चेक गणराज्य और स्लोवेनिया के नेता युद्धग्रस्त देश के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करने के लिए यूरोपीय संघ के मिशन पर कीव जा रहे हैं। यूरोपीय संघ के साथ ही नाटो के ये 3 सदस्य देश ऐसे वक्त में यूक्रेन जा रहे हैं जब कीव के पड़ोसी इलाके में रिहायशी इलाकों में कई हमले किए गए। पोलैंड के प्रधानमंत्री मातेयुश्च मोराविकी ने बताया कि वह चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री पेत्र फियाला और स्लोवेनिया के अपने समकक्ष जानेज जन्सा के साथ यूक्रेन जा रहे हैं।

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तीनों नेताओं के साथ पोलैंड के सुरक्षा मामलों के उपप्रधानमंत्री और सत्तारूढ़ पार्टी के नेता जैरोस्लाव काजिन्स्की भी हैं। वे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और प्रधानमंत्री डेनिस श्मीहाल से मुलाकात करने जा रहे हैं। मोराविकी ने फेसबुक पर कहा कि वह और अन्य नेता यूरोपीय संघ की सहमति से यात्रा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को इस यात्रा की सूचना दे दी गयी है। उन्होंने कहा- 'दुनिया के लिए इस महत्वपूर्ण वक्त में यह हमारा कर्तव्य है हम उस जगह पर जाए जहां इतिहास मिटाया गया।' मोराविकी ने कहा कि यह हमारे लिए नहीं है बल्कि यह हमारे बच्चों के भविष्य के लिए है जो अन्याय से मुक्त विश्व में जीने के हकदार हैं। उनके कार्यालय के प्रमुख माइकल द्वोरसिज्क ने बताया कि इस यात्रा की योजना कई दिनों से बनायी जा रही थी लेकिन सुरक्षा वजहों से इसे गुप्त रखा गया। मोराविकी कहा कि यूक्रेन की ठोस मदद का एक प्रस्ताव उसके नेताओं के सामने रखा जाएगा।