रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कल यानी 6 दिसम्बर को भारत आएंगे। कहने को ये दौरा कुछ घंटों का है, लेकिन इस दौरान व्लादिमीर अपना प्लान पूरा करेंगे। रुस के राष्ट्रपति के इस दौरे को लेकर कहा जा रहा है कि इससे भारत और रूस के रिश्ते मजबूत होंगे। सूत्रों के मुताबिक रूसी राष्ट्रपति पुतिन दोपहर बाद दिल्ली पहुंचेंगे और तकरीबन 7 घंटे के लिए भारत में होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच मुलाकात शाम 5:30 बजे पर दिल्ली के हैदराबाद हाउस में होगी। इस दौरान दोनों के बीच सीधी और अनौपचारिक बातचीत का भी सत्र होगा।
इस दौरान ऊर्जा से लेकर अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और हथियार उत्पादन क्षेत्र में करीब एक दर्जन करारनामे भी होंगे। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, दोनों शिखर वार्ता के दौरान भारत और रूस के बीच विशेष वैश्विक साझेदारी को आगे बढ़ाने और आपसी सहयोग के नए पैमाने तय करेंगे। आपको बता दें कि रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू पुतिन भारत आ चुके है और कल भारत और रूस के रक्षा मंत्री सैन्य व तकनीकी सहयोग पर अंतरसरकारी समूह की बैठक में शरीक होंगे।
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आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण समझौते होंगे। इसमें अंतरराष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण व्यापार गलियारे जैसी व्यापक परियोजना आगे बढाने पर बात होगी जो भारत को मध्य एशिया और रूस से जोड़ने का रास्ता देती है। राष्ट्रपति पुतिन और पीएम मोदी के बीच होने वाले वार्ता में AK-203 असॉल्ट राइफल के संयुक्त उत्पादन समझौते पर भी मोहर लगेगी। इसके तहत भारत के अमेठी में 5 लाख से अधिक AK-203 उन्नत रायफलों का उत्पादन किया जाना है। सूत्रों के मुताबिक, द्विपक्षीय मुद्दों के अलावा भारत-रूस शिखर वार्ता की मेज पर बहुत से क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों का भी एजेंडा है।