Protest in China against Xi Jinping: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के फैसलों से न सिर्फ दुनिया परेशान है बल्कि खुद चीनी नागरिक भी परेशान हैं। चीन की दुनिया में कई देशों से दुश्मनी है, खासकर जिससे वो अपनी सीमा साझा करता है। इसके अलावा अमेरिका-यूरोप से तो शुरुआत से ही नहीं बनती। जिस तरह दुनिया परेशान है उसी तरह चीनी नागरिक (Protest in China against Xi Jinping) भी सरकार के फैसले से तंग आ चुके हैं। दरअसल, चीन में एक बार फिर से कोरोना वायारस कोहराम मचाने लगा है। जिसके चलते शी जिनपिंग सरकार ने जीरो कोविड पॉलिसी लागू कर दिया है जो बेहद ही शख्त और डरावनी है। उनकी यही पॉलिसी अब सबसे बड़ी सिरदर्द बन गई है। क्योंकि, पाबंदियां झेल रहे नागरिक भारी मात्रा में सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं और राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Protest in China against Xi Jinping) से गद्दी छोड़ने की मांग कर रहे हैं।
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भारी मात्रा में जुटे लोग
चीन में कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं के खिलाफ सार्वजनिक तौर पर नाराजगी जाहिर करना आम बात नहीं है। इससे पहले भी कई बार आम नागरिकों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया है लेकिन, शी जिनपिंग सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंगा। चीनी सरकार की कोविड नीतियों के खिलाफ सड़कों पर नारेबाजी और प्रदर्शन का दौर जारी है। खबर है कि पुलिस ने भी कई जगहों पर रैलियों को निकलने की अनुमति दी है, लेकिन शंघाई में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है और सड़कों की घेराबंदी की गई है। राजधानी बीजिंग में रविवार को नदी किनारे भारी मात्रा में लोग जुटे।
दिन-रात हो रहा शी जिनपिंग के खिलाफ प्रदर्शन
कोरोना वायारस के चलते सरकार द्वारा उठाये गये फैसले से लोग तंग आ चुके हैं। इसके चलते लाखों लोग बड़े स्तर पर जारी जांच, क्वारंटाइन और बार-बार लगाये जा रहे लॉकडाउन से उब चुके हैं। चीन में सिर्फ दिन में ही नहीं बल्कि रात में भी भारी मात्रा में लोग सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। मीडिया में आ रही खबरों की माने तो, उरुमकी के उत्तर-पश्चिमी शहर में टॉवर ब्लॉक में आग लगने से 10 लोगों की मौत हो गई थी। उस दौरान बचाव कार्य ठीक तरह से नहीं होने का जिम्मेदार कोरोनावायरस के चलते लगे लॉकडाउन को माना गया था। हालांकि, चीनी अधिकारी इस तरह की बातों से इनकार कर रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, कई लोगों का आरोप है कि वायरस संबंधी प्रतिबंधों के मद्देनजर लगाए गए अवरोधकों के कारण आग और भीषण हो गई तथा आपात कर्मियों को आग बुझाने में तीन घंटे का समय लगा, लेकिन अधिकारियों ने इन आरोपों से इनकार किया और कहा कि इमारत में कोई अवरोधक नहीं लगाए गए थे तथा निवासियों को वहां से जाने की अनुमति थी।
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चीन के लोगों की मांग शी जिनपिंग इस्तीफा दो
जब दुनिया में कोरोना वायरस के मामले ना के बराबार हैं तो वहीं, चीन में तेजी से इजाफा देखने को मिल रहा है। चीन में मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और अबतक करीब 40,000 नए मामले सामने आ चुके हैं। पुलिस बर्बरता पर उतर आई है, प्रदर्शनकारी के आंखों में मिर्च स्प्रे छिड़क रही है। प्रदर्शन कारी शी जिनपिंग के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि, ‘शी जिनपिंग, इस्तीफा दो, कम्युनिस्ट पार्टी सत्ता छोड़ो’, ‘शिनजियांग से प्रतिबंध हटाओ, चीन से प्रतिबंध हटाओ’, ‘हम पीसीआर (जांच) नहीं कराना चाहते, स्वतंत्रता चाहते हैं’ और ‘प्रेस की स्वतंत्रता’ सहित कई नारे लगाए।
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