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Russia के डर से ब्रिटेन ने NATO की मांग को ही कर दिया खारिज, कहा- कभी भी हम पर कर सकता है हमला

ब्रिटेन ने NATO की मांग को ही कर दिया खारिज

रूस ने यूक्रेन पर हमला बोल दिया है और इस वक्त रूस भारी ताबही मचा रहा है। अमेरिका और नाटो अपने आन-बान के चक्कर में यूक्रेन को फंसा कर खुद निकल लिए और यूक्रेन को अकेला छोड़ दिया। अब ब्रिटेन को भी डर सता रहा है कि कहीं उसपर भी रूस हमाल न कर दे। जिसके चलते नाटो की मांग को खारिज कर दिया है। आगे बढ़ने से पहले यह बता दें कि, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने यूरोपीय संघ (European Union) में यूक्रेन की सदस्यता के लिए एक आवेदन पर हस्ताक्षर किया था जिसको लेकर उनको जोर का झटका लगा है। इससे यह तो साबित हो जाता है कि अमेरिका, नाटो और बाकी के यूरोपीय देश रूस का सामना नहीं करना चाहते। अब अमेरिका को भी अंदाजा हो गया है कि रूस के खिलाफ जाना उसके लिए किसी खतरे से कम नहीं है। इसके साथ ही यह वलोडिमिर जेलेंस्की का वो बयान भी सही साबित होने लगा है जिसमें उन्होंने कहा था कि जंग की मैदान में दुनिया ने उन्हें अकेला छोड़ दिया है।

दरअसल, ब्रिटेन को इस बात का डर सता रहा है कि रूस कहीं उस पर ही हमला न कर दे। ब्रिटेन के उप प्रधानमंत्री ने यूक्रेन के हवाई क्षेत्र को उड़ान प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित करने के उत्तर अटलांटिक संधि संगठन यानी नाटो के आह्वान को फिर से खारिज कर दिया और कहा कि इससे गठबंधन रूसी बलों के साथ सीधे संघर्ष की स्थिति में आ जाएगा, तो युद्ध और बढ़ने का खतरा होगा।

इसके साथ ही ब्रिटेन के उप प्रधानमंत्री डेमिनिक राब ने स्काई न्यूज से कहा कि ब्रिटेन अन्य देशों के साथ मिलकर प्रतिबंध कड़े करके और संघर्ष के दौरान हुए युद्ध अपराधों की जांच करके रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर अपना रुख बदलने का दबाव बना रहा है। उन्होंने कहा, हम यह (उड़ान प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित) नहीं करने वाले हैं, क्योंकि हम ऐसी स्थिति में आ जाएंगे, जब हमें रूसी विमानों को मार गिराना हेागा। बताते चलें कि, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने नाटो से अनुरोध किया था कि वह रूसी विमानों, हेलीकॉप्टर एवं मिसाइल के लिए उसके हवाई क्षेत्र को 'उड़ान प्रतिबंधित क्षेत्र' घोषित करे।