यूक्रेन पर रूस हमला तेज कर दिया है और अब ऐसा लगता है कि किसी भी वक्त वो पूरे यूक्रेन पर कब्जा कर लेगा। पश्चिमी देश लगातार रूस को मनाने में जुटे थे जब दाल नहीं गली तो कड़े प्रतिबंधों का सहारा लिया। लेकिन इसके बाद भी रूस को कोई फर्क नहीं पड़ा। उलटा आलम यह हुआ कि रूस ने ही इन पश्चिमी देशों पर प्रतिबंध लगाना शुरू कर दिया है। अब पुतिन ने अमेरिका के खिलाफ ऐसा एक्शन लिया है जिससे बाइडन सरकार भन्ना उठी है।
दरअशल, रूस ने इंस्टाग्राम पर बैन लगा दिया है जो, 14 मार्च से प्रभावी हो जाएगा। इसके साथ ही मार्क जुकरबर्ग की कंपनी मेटा को 'चरमपंथी संगठन' घोषित कर दिया है। रूस द्वारा ये कदम ऐसे समय पर उठाया गया है, जब मेटा ने ऐलान किया था कि वह वर्तमान में मौजूद नियमों को खत्म कर रही है। इस तरह अब उसके प्लेटफॉर्म्स पर यूजर 'रूस मुर्दाबाद' जैसे शब्द यूज नहीं कर पाएंगे। बता दें कि मेटा इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और फेसबुक का स्वामित्व रखती है। इंटरफैक्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, सोशल मीडिया कंपनी को चरमपंथी संगठन घोषित करने का ऐलान रूसी संघ के अभियोजक जनरल के कार्यालय ने किया है।
रूसी संघ के अभियोजक जनरल के कार्यालय ने कहा, संघीय कानून ऑन काउंटरिंग एक्सट्रीमिस्ट एक्टिविटी के अनुसार, रूसी संघ के अभियोजक जनरल के कार्यालय ने मेटा प्लेटफॉर्म इंक को एक चरमपंथी संगठन के रूप में घोषित करने और रूसी संघ के क्षेत्र में इसकी गतिविधियों पर बैन लगाने के लिए अदालत को एक आवेदन भेजा। रूस के स्वामित्व वाली न्यूज एजेंसी आरआईए नोवोस्ती ने सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि मेटा के खिलाफ उठाए गए कदमों की वजह से व्हाट्सएप के ऊपर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि ये सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कम्युनिकेशन का एक साधन. यहां पर सूचना को पोस्ट नहीं किया जाता है।
बता दें कि, रूस पहले से ही फेसबुक के खिलाफ कड़े कमद उठा रहा है। रूस में इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप सबसे पॉपुलर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है। इधर अमेरिका ने रूस की कई कंपनियों पर बैन लगाया है। ऐसे में इस कदम को एक जवाबी कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है। यूक्रेन पर हमला रोकने के लिए पश्चिमी देस रूस को चारो ओर से घेरना चाहते हैं लेकिन पुतिन पहले से ही पूरी तैयार कर के आए थे।