यूक्रेन में रूस के हमले को रोकने के लिए अमेरिका और पूरा पश्चिमी देश अपनी पूरी कोशिश और ताकत झोंक दे रहा है लेकिन, वो इसे रोक पाने में विफल ही नजर आ रहे हैं। यूक्रेन इस हमले में बुरी तरह तबाह हो चुका है लेकिन, ऐसा लगता है कि राष्ट्रपति जेलेंस्की यूक्रेन को पूरी तरह तबाह करने के बाद ही हथियार डालेंगे। यूक्रेन पर हमले को 50 दिन से ज्यादा हो गया और इसमें यूक्रेन पूरी तरह बर्बाद हो गया है लेकिन, अकड़ अब भी वैसे की वैसी ही है। यूक्रेन की ये गलतफहमी तो दूर हो गई जो "वो जंग से पहले अमेरिका और नाटो के दम पर घमंड में था कि, अगर रूस ने हमला किया तो उसके खिलाफ सिर्फ यूक्रेन सैनिक नहीं बल्कि नाटो और अमेरिकी सैनिक भी लड़ेंगे। लेकिन, जब जंग की शुरुआत हुई तो अमेरिका-नाटो मैदाम में उतरने से ही मना कर दिए"। अब यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की रातों की नींद उड़ने वाली है। क्योंकि, रूस ने ऐसी चेतावनी दी है जिससे दुनिया में खलबली मच गई है।
रूस ने कहा है कि उसने युद्धग्रस्त यूक्रेन के उत्तरपूर्वी क्षेत्र खार्किव में यूक्रेन की सेना के लिए लड़ रहे पोलैंड के भाड़े के 30 सैनिकों को मार गिराया है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसके रणनीतिक रॉकेट बलों ने इज्युम्सकोए गांव पर एक हमले में पोलैंड के 30 भाड़े के सैनिकों को खत्म कर दिया। यह गांव खार्किव शहर से ज्यादा दूर नहीं है। रूस की ओर से यह दावा ऐसे समय में आया है जब उसने यूक्रेन की राजधानी कीव में और अधिक हमलों की चेतावनी दी है।
दअरअसल, नाटो और पश्चिमी देश लगातार यूक्रेन की मदद कर रहे हैं। भारती मात्रा में हथियार, रॉकेट, फाइटर जेट, टैंक, मिसाइलें, देने के साथ ही आर्थिक रूप से भी यूक्रेन की पश्चिमी देश सहायता कर रहे हैं। जिसे लेकर पुतिन ने साफ तौर पर कहा है कि, जो भी यूक्रेन की मदद करेगा उसे भी इसका अंजाम भुगतना होगा। इसके साथ ही रूस ने यह भी कहा है कि, अगर यूक्रेन उसकी जमीन पर कोई भी अटैक करता है तो रूस राजधानी कीव को निशाना बनाएगा। इस दौरान रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने उसने विजर प्लांट पर अटैक किया है। यह प्लांट एंटी-शिप मिसाइलों सहित अन्य मिसाइलों को बनाने और मरम्मत करने के लिए इस्तेमाल होता था। रूसी सरकारी समाचार एजेंसी RIA के मुताबिक रूसी रक्षा मंत्रालय का कहना है कि उसके S-400 सिस्टम ने यूक्रेन के MI-8 हेलीकॉप्टर को मार गिराया। मंत्रालय ने कहा कि इसी हेलीकॉप्टर ने एक दिन पहले ब्रायंस्क क्षेत्र में KLIMOVO गांव पर हमला किया था।