रूस के यूक्रेन में सैन्य ऑपरेशन का 78वां दिन है। इस ऑपरेशन में रूसी सैनिक लगातार यूक्रेन के शहरों पर कब्जा करते हुए ताबड़तोड़ हमले बोल रहे हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लोदोमीर जेलेंस्की इस वक्त अमेरिका और नाटो के घमंड में चूर हैं। जेलेंस्की को पूरी उम्मीद है कि वो जंग जीत जाएंगे। जबकि, उनके सामने दुनिया का महाशक्तिशाली देश रूस है। रूस चाहे तो चंद सेकेंड्स में इस जंग को खत्म कर दे लेकिन, इसमें सबसे ज्यादा मौत आम जनता की होगी इसलिए उसे सब कुछ ध्यान में रखते हुए इस ऑपरेशऩ को अंजाम देना पड़ रहा है और यूक्रेनी राष्ट्रपति इसी का फायदा उठा रहे हैं। इस वक्त आलम यह है कि, रूसी सैनिकों के आगे यूक्रेन के सैनिक दम तोड़ रहे हैं। लेकिन, यूरोप देशों के घमंड में चूर जेलेंस्की को आम लोगों से कोई लेना देना नहीं है। वो वही करेंगे जो पश्चिमी देश बोलेंगे।
रूसी फौजें मैरियूपोल के अजोवस्तल स्टील प्लांट पर ताबड़तोड़ हवाई हमले कर रही हैं। हमलों में यूक्रेन के उस प्रस्ताव के बाद तेजी आई है, जिसमें उसने स्टील प्लांट में फंसे अपने सैनिकों की सुरक्षित निकासी के बदले रूस के बंधक सैनिकों को छोड़ने की बात कही है। यूक्रेनी उपप्रधानमंत्री इरीना वीरेशचुक ने कहा, मैरियूपोल में हमारे प्रतिरोध के अंतिम मोर्चे में फंसे घायल सैनिकों को निकालने के संबंध में बातचीत चल रही है।
मैरियूपोल के मेयर पेट्रो एंड्रीशचेंको ने बताया, रूसी सैनिकों ने शहर से निकलने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया है। वहां की कुछ इमारतों में ही रहने लायक हालात हैं। उधर, रूसी फौजें पूर्वी यूक्रेन में अपनी स्थिति मजबूत कर रही हैं। यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने बताया कि रूसी सेना ने मैरियूपोल में अजोवस्तल इस्पात संयंत्र पर हवाई हमला जारी रखा हुआ है। रूसी सेना यहां तोपखाने और ग्रेनेड लांचर भी दागे हैं।