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रूस ने हाइपरसोनिक हथियार किया तैनात, अपनाया America वाली स्ट्रेटजी- भड़का US

Russia May Adopt America s Strategy

Russia May Adopt America s Strategy: यूक्रेन पर परमाणु हमले को लेकर जुबानी जंग छिड़ी हुई है और इस बीच रूस कब न्यूक्लियर अटैक कर दे कुछ नहीं पता है। रूस ने जब यूक्रेन पर हमला किया तो उसने साफ कहा था कि, पश्चिमी देश इससे दूर रहे। लेकिन, नाटो और अमेरिका ने मिलकर यूक्रेन को सैन्य और आर्थिक सहायत दी ताकि वो रूस को कमजोर कर सके। रूस बार-बार चेतावनी (Russia May Adopt America s Strategy) देता रहा लेकिन पश्चिमी देशों को कोई फर्क नहीं पड़ा। यूक्रेन के चक्कर में जर्मनी, फ्रांस, बेल्जियम, ग्रीस से लेकर कई सारे पश्चिमी देशों का हाल बुरा है। इस बीच परमाणु हमले की चर्चा तेज होने लगी है। मीडिया में आ रही खबरों की माने तो, रूस अब अमेरिका वाली ही रणनीति (Russia May Adopt America s Strategy) पर काम कर रहा है। यानी पहले हमला कर दुश्मन को कोई मौका मत दो। पुतिन (Putin Russia Ukraine War) ने कहा कि रूस अपने ‘सैन्य सिद्धांत में बदलाव’ कर सकता है और दुश्मन को घुटने टेकने पर मजबूर करने के लिए ‘पहले हमले की संभावना’ को लागू कर सकता है। पुतिन का इशारा परमाणु हमले की तरफ था।

पुतिन बोले- अमेरिका की तरह करेंगे पहले हमला
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी दी है कि मॉस्को दुश्मन से हमले के खतरे के जवाब में उस पर पहले हमला करने की अमेरिका की रणनीति अपना सकता है। उन्होंने कहा कि रूस के पास ऐसा करने के लिए काफी हथियार हैं। पुतिन ने पूर्व सोवियत देशों के आर्थिक गठबंधन के किर्गिस्तान में हुए सम्मेलन में अमेरिकी नीति का जिक्र करते हुए कहा कि हम इसके बारे में सिर्फ सोच रहे हैं। वे पिछले कुछ वर्ष में इसके बारे में खुलकर बात करने से कतराते नहीं रहे हैं। क्रेमलिन कई वर्षों से तथाकथित कन्वेंशनल प्रोम्प्ट ग्लोबल स्ट्राइक क्षमता विकसित करने के अमेरिका के प्रयासों को लेकर चिंता जताता रहा है जिसके तहत एक घंटे के भीतर ही दुनिया में कहीं भी पारंपरिक हथियारों से सटीक निशाना लगाने की कल्पना की गई है।

हाइपरसोनिक हथियार, अमेरिका की क्रूज मिसाइलों से ज्यादा दूरी
इसके साथ ही उन्होंने पुतिन ने ये भी दावा किया है कि, रूस ने ऐसा हमला करने में सक्षम हाइपरसोनिक हथियारों को पहले ही तैनात कर दिया है। जबकि अमेरिका ने अभी तक उन्हें तैनात नहीं किया है। साथ ही ये भी दावा किया कि, अब रूस के पास ऐसी क्रूज मिसाइल हैं जो अमेरिका की क्रूज मिसाइलों से भी आगे की दूरी तय कर सकती हैं। इसके साथ ही पुतिन ने कहा है कि, अमेरिका ने पहले परमाउ हथियारों का प्रयोग करने की संभावना से इनकार नहीं किया है। अगर संभावित शत्रु को लगता है कि वह हमले के खतरे की आड़ में हमला करने की नीति अपना सकता है और हम नहीं, तो यह हमें दूसरे देशों की रक्षात्मक मुद्रा में ऐसे विचारों से उत्पन्न खतरों के बारे में सोचने पर मजबूर करता है।

भड़क उठा अमेरिका
पुतिन के इस बयान के बाद अमेरिका भड़क उठा है। एक अमेरिकी अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर बताया है कि, वाशिंगटन में राष्ट्रपति जो बाइडन के सलाहकारों ने पुतिन की टिप्पणियों को युद्ध भड़काने वाली बताया। उन्होंने चेतावनी दी कि बाइडन सामरिक परमाणु हथियार तैनात कर सकते हैं। अधिकारी ने कहा कि रूसी सैन्य सिद्धांत लंबे समय यह रहा है कि मॉस्को के पास व्यापक सैन्य आक्रामकता के जवाब में परमाणु हथियारों का पहले इस्तेमाल करने का अधिकार है।

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