यूक्रेन पर रूस द्वारा सैन्य अभियान का आज 91वां दिन है। और इतने दिनों में रूस ने जमकर यूक्रेन के शहरों में तबाही मचाई है। यह जंग इतना ज्यादा कभी नहीं चल सकता यह पूरी दुनिया को पता है। लेकिन, पीछे से यूक्रेन को पूरी तरह से पश्चिमी देश मदद कर रहे हैं। वैसे भी यह यूक्रेन और रूस के बीच जंग नहीं है। बल्कि, पश्चिमी देशों और पुतिन के बीच ये जंग है। क्योंकि, पश्चिमी देश यूक्रेन को पूरी तरह से मदद कर रहे हैं। हथियार, तोप, टैंक, फाइटर जेट्स, मिसाइल के साथ ही आर्थिक मदद भी कर रहे हैं। इस बीच रूस ने बड़ा ऐलान किया है कि, वो इतनी जल्दी यूक्रेन को छोड़ने वाले नहीं है। लंबे युद्ध के लिए वो तैयार हैं। हालांकि, इसके बाद भी यूक्रेन के राष्ट्रपति की अकड़ कम नहीं हो रही है। पश्चिमी देशों के बहकावे में आकर जेलेंस्की अभी भी समझ नहीं पाए हैं कि उनके साथ बड़ी साजिश रची गई है।
रूसी सेना इस वक्त यूक्रेनी के शहर सेवेरोदोनेस्क पर अपनी पकड़ मजबूत बना ली है। वहीं, दोनेस्क क्षेत्र में रूसी बलों की ताकत के आगे यूक्रेन कमजोर पड़ता दिख रहा है। इस बीच रूस ने साफ कहा है कि, वह इस क्षेत्र में लंबे युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार है। सेवेरोदोनेस्क और दोनेस्क क्षेत्र के गवर्नर पाउलो क्यारिलेंको ने स्थानीय सहयोगी को रेडियो के माध्यम से जानकारी दी कि इस क्षेत्र में रूस ने पकड़ मजबूत कर ली है और आशंका है कि जल्द ही यह क्षेत्र रूसी सेना के कब्जे में चला जाए।
इससे पहले रूस समर्थित दोनेस्क पीपुल्स रिपब्लिक ने टेलीग्राम पर एक पोस्ट में कहा कि उसके सैनिकों ने शहर पर अपना कब्जा कर लिया है और यूक्रेनी फ्लैग हटाकर रूसी झंडा फहरा दिया है। रूसी रक्षामंत्री सर्गेइ शोइगु ने युद्ध के लंबा खिंचने के लिए तैयार रहने का बयान दिया है। उधर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की अकड़ अब भी कम नहीं हो रही है। उन्होंने अपने एक बयान में कहा है कि, वो किसी भी हाल में रूस से लड़ना नहीं छोड़ेंगे। वहीं कही नहीं जा रहे हैं।