Russia Tactical nuclear weapons: रूस और यूक्रेन जंग अपर परमाणु युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं। रूस के लाख मना करने के बाद भी अमेरिका और पश्चिमी देश यूक्रेन की मदद करने से बाज नहीं आए। अब जाहिर सी बात है कि रूस तो अपनी रक्षा किसी न किसी तरीके से करेगा ही। आज जो रूस के परमाणु हमले (Russia Tactical nuclear weapons) वाली धमकी पर पश्चिमी छाती पीट रहे हैं उसके बारे में उन्हें पहले सोचना चाहिए था। अब जाहिर है कि, रूस को तोड़ने में सबसे पड़ा हाथ पश्चिमी देशों का रहा है। तो ऐसे में रूस अपनी रक्षा के लिए जो सही लगेगा वो कदम उठाएगा। इसलिए पुतिन की परमाणु हमले की धमकी के बाद अमेरिका और पश्चिमी देश डरे हुए हैं। लेकिन, क्या आपको पता है रूस जिस बम का इस्तेमाल करेगा उसका असर यूक्रेन पर कितना और कैसा होगा। तो जान लीजिए ये ठीक जापान के हिरोशीमा और नागासाकी जैसी तबाही मचाएगा या फिर इससे ज्यादा भी हो सकता है। सबसे बड़ी बात कि पश्चिमी देशों को पुतिन के खिलाफ जाने से पहले ये सोचना चाहिए था कि दुनिया में सबसे ज्यादा परमाणु हथियार रूस के पास है। यूक्रेन पर रूस टैक्टिकल परमाणु (Russia Tactical nuclear weapons) बम छोड़ सकता है। अगर ऐसे हुआ तो समझ लें कि यूक्रेन पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा।
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दुनिया में रूस के पास सबसे ज्यादा परमाणु बम
रूस के पास दुनिया में सबसे ज्यादा परमाणु बम हैं और इसी वजह से दुनिया में यूक्रेन को लेकर डर का माहौल है। विशेषज्ञों का भी मानना है कि, पुतिन का हथियार वाला बयान कोई झांसा नहीं है। इसलिए यह युद्ध जितना जल्दी रूक जाए उतना ही अच्छा है। दरअसल, अमेरिकी परमाणु वैज्ञानिकों की रिपोर्ट के मतुाबकि रूस के पास इस समय 4,477 परमाणु हथियार हैं। इसमें 1,900 गैर रणनीतिक वारहेड हैं। बाकी बचे हथियार टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन हैं।
कितना खतरनाक है रूस का टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन?
रिपोर्ट के मुताबिक, टैक्टिकल परमाणु वॉरहेड को इस तरह से बनाया गया है कि उनका सीमित युद्धक्षेत्र में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके जरिए किसी टैंक के जत्थे या अगर समुद्र में इस्तेमाल किया गया तो एक एयरक्राफ्ट कैरियर बैटल ग्रुप को तबाह किया जा सकता है। इस तरह के वॉरहेड में 10 से लेकर 100 किलोटन डायनामाइट की ताकत होती है। इसे कम क्षमता का परमाणु बम भी कहा जाता है। इससे उलट रूस के पास जो सबसे ताकतवर ‘स्ट्रेटजिक’ परमाणु बम है, उसमें 500 से लेकर 800 किलोटन तक विस्फोटक की क्षमता होती है। इस परमाणु बम की मदद से पूरे के पूरे शहर को राख के ढेर में बदला जा सकता है।
हिरोशिमा और नागासाकी की तरह मच जाएगी तबाही
टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन को कम क्षमता बताना भ्रम जैसा है, क्योंकि इन बमों की विस्फोटक ताकत 10 से 100 किलोटन डायनामाइट तक होती है जिससे व्यापक तबाही मच सकती है। जिस तरह से अमेरिका के गिराए परमाणु बम हिरोशिमा और नागासाकी में तबाही मचाये थे उसी तरह ये भी बम मचा सकते हैं।
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पूरी तरह तबाह हो जाएगा यूक्रेन
वैज्ञानिक एलेक्स वेल्लेरस्टीन की माने तो, स्ट्रेटजिक और टैक्टिकल परमाणु हथियारों में मुख्य अंतर उनकी विस्फोटक क्षमता नहीं बल्कि उनका लक्ष्य होता है। उन्होंने कहा कि जापान में गिराए गए परमाणु बम का मकसद ‘स्ट्रेटजिक’ था ताकि जापान के आत्मविश्वास को तोड़ा जा सके और उन्हें आत्मसमर्पण के लिए मजबूर किया जा सके। ऐसे में अगर रूस ने यूक्रेन पर परमाणु हमला कर दिया तो यूक्रेन को तबाह होने में ज्यादा देर नहीं लगेगी। इसके साथ ही पूरी दुनिया इसका असर देखेगी। विश्व काफी पीछे चला जाएगा और ऐसा भी हो सकता है कि, दुनिया में परमाणु युद्ध न छिड़ जए। यही वजह है कि, दुनिया अब चाहती है कि यह युद्ध अब जल्द से जल्द खत्म हो।